Kerala: केरल के वायनाड में अफ्रीकन स्वाइन फीवर का मामला आया सामने, 300 सुअरों को मारने के निर्देश
African Swine Fever: भोपाल स्थित 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज' में नमूनों की जांच के बाद जिले के दो फार्म के सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African Swine Fever) की पुष्टि हुई थी
African Swine Fever in Kerala: कोरोना संक्रमण और मंकीपॉक्स के बढ़तों मामलों से लोग पहले ही परेशान हैं. इस बीच अफ्रीकन स्वाइन फीवर भी डराने लगा है. केरल के वायनाड जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African Swine Fever) का मामला सामने आया है. केरल के अधिकारियों ने बताया है कि प्रदेश के वायनाड जिले (Wayanad District) के मनंतावडी में दो फार्म से अफ्रीकी स्वाइन फीवर की सूचना मिली है. हालांकि इंसानों को इससे बहुत ज्यादा खतरा नहीं है.
भोपाल स्थित 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज' में नमूनों की जांच के बाद जिले के दो फार्म के सूअरों में इस बीमारी की पुष्टि हुई थी. राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड में मामला सामने आने के बाद पशुपालन विभाग काफी चिंतित है और इसे लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
300 सुअरों को मारने के निर्देश जारी
पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से बताया है कि एक फार्म में सूअरों के सामूहिक रूप से मरने के बाद नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए थे. अधिकारी ने कहा है कि अब जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है. दूसरे फार्म के 300 सुअरों को मारने के निर्देश जारी किए गए हैं. पशुपालकों को ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत ही दूसरे पशुओं से उन्हें अलग रखने की सलाह दी जारी है.
कितना घातक अफ्रीकन स्वाइन फीवर?
केरल पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) ने कहा कि इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. प्रदेश ने इस महीने की शुरुआत में केंद्र के अलर्ट के बाद जैव सुरक्षा उपायों को कड़ा कर दिया था. बिहार और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African Swine Fever) की सूचना मिली थी. अफ्रीकी स्वाइन फीवर घरेलू सूअरों (Pigs) को प्रभावित करने वाला एक अत्यधिक संक्रामक और घातक वायरल रोग है.
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