आखिरकार शहीद के सम्मान में झुका प्रशासन, 11 महीने चली जंग के बाद गोल चक्कर को मिला मेजर रोहित का नाम
Greater Noida: देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद मेजर रोहित के नाम पर अब गोल चक्कर का नामकरण किया जाएगा. इसके लिए 11 महीने तक चली जंग के बाद आखिरकार प्रशासन को झुकना पड़ा.
Greater Noida: देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बेटे के सम्मान के लिए 11 महीने तक चली जंग के बाद आखिरकार ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida West) प्रशासन झुक गया और नोएडा ऐसे सिटी सोसायटी के गोल-चक्कर का नामकरण मेजर रोहित (Major Rohit) के नाम पर करने के लिए तैयार हो गया है. इस बावत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक (Board meeting of Greater Noida Authority) ने ऐस-सिटी सोसायटी के गोलचक्कर का नाम बदलने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है.
मेजर रोहित कुमार भारतीय सेना (Indian Army) की एविएशन कोर में हेलीकॉप्टर पायलट (Helicopter Pilot) थे. पिछले साल यानि 21 सितंबर 2021 को जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पटनीटॉप में हेलीकॉप्टर क्रैश में मेजर रोहित अपने साथी पायलट मेजर अनुज राजपूत (Major Anuj Rajput) के साथ वीरगति को प्राप्त हो गए थे. मेजर रोहित ग्रेटर नोएडा (West) की ऐस-सिटी सोसायटी के रहने वाले थे. सोसायटी में उनके माता-पिता, पत्नी और एक दो साल की बेटी रहते हैं.
परिजनों ने अपने बेटे को दिलाया सम्मान
मेजर रोहित की शहादत एक ऑपरेशनल मिशन में हुई थी इसलिए उनके परिवार वाले और सोसायटी के निवासियों ने ऐस-सिटी के राउंड-अबाउट का नाम उनके नाम पर करने की अपील की थी. स्थानीय विधायक और सांसदों तक ने इस कार्य में परिवार का सहयोग किया था. यहां तक कि मेजर रोहित की यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर तक ने अथॉरिटी के सीईओ को चिठ्ठी लिखकर मेजर रोहित को सम्मान देने का आग्रह किया था.
आखिरकार झुका प्रशासन
अपनी चिठ्ठी में कमांडिंग ऑफिसर ने साफ लिखा था कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के स्मारक युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करते हैं. पिछले 11 महीने से ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी नाम बदलने में आनाकानी कर रही थी. दवाब पड़ने पर अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास ऐसी कोई पॉलिसी यानि नीति नहीं है कि किसी सैनिक के नाम पर गोलचक्कर का नामकरण कर दिया जाए. ये सुनकर मेजर रोहित के परिवार और शुभचिंतकों को गहरा धक्का लगा और उन्होनें सड़क पर कैंडल-मार्च निकाला. इसके अलावा परिवार ने मेजर रोहित की पहली बरसी (21 सिंतबर 2022) पर ऐस-सिटी गोलचक्कर पर शांतिपूर्वक अनशन करने की चेतावनी दी. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री कार्यालय को भी मामले से अवगत कराया. तब जाकर अथॉरिटी ने मेजर रोहित के नाम पर गोलचक्कर का नाम बदलने की मंजूरी दी.
21 सितंबर को होगी पहली पुण्य तिथि
मेजर रोहित के सम्मान की लड़ाई लडने वाले ऐस सिटी निवासी, नवनीत चौहान के मुताबिक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में इस तरह की पॉलिसी का ना होना इस मांग को पूरा करने में बड़ी चुनौती थी. लेकिन अब यह नीति निर्धारित हो गई है तो आने वाले समय मे इस तरह के प्रेरणा स्मारक बनाने में प्राधिकरण को भी आसानी होगी. इस कार्य के लिए प्रयासरत ऐस सिटी निवासी अब इस बात पर विचार कर रहे हैं कि आने वाली 21 सितंबर यानि मेजर रोहित कुमार की प्रथम पुण्यतिथि पर गोलचक्कर में उनकी स्मृति में प्रेरणा स्मारक बनाने के कार्य का शुभारंभ किया जाए.
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