हिमाचल में 2008 के बाद मार्च माह में सबसे कम हुई बारिश, पहाड़ों में गर्मी बढ़ी, सूखे जैसे हालात
मौसम केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि मार्च माह में माइनस 95.1% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. यानी कि इस बार मात्र 5.4% बारिश ही हुई. इससे पहले 2008 में 95.9% कम बारिश दर्ज हुई थी.
शिमला: हिमाचल प्रदेश में गर्मी के साथ-साथ सूखे ने पिछले 14 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया है. मार्च माह में नाममात्र 5.4 फ़ीसदी बारिश ही रिकॉर्ड की गई है. मार्च माह में कम बारिश होने से प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन गए हैं. फसलें बारिश न होने से सूखने लगी है. तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. जंगल आग से दहकने लगे हैं. पानी की क़िल्लत सामने आने लगी है. सबसे बड़ी चिंता ये सत्ता रही है कि आने वाले दिनों में भी पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में सूखे व गर्मी से राहत की उम्मीद नही है.
मौसम केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि इस मर्तबा मार्च माह में माइनस 95.1 फ़ीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. यानी कि इस बार मात्र 5.4 फ़ीसदी बारिश ही हुई. इससे पहले 2008 में 95.9 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज हुई थी.
हिमाचल में मार्च माह में ही गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ डाले है. तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री ज़्यादा चल रहे है. इस बार हिमाचल ही नही बल्कि देश भर में गर्मी नए रिकॉर्ड बनाने की ओर अग्रसर है. ये सब जलवायु परिवर्तन का नतीजा है. जिसके चलते सूखे जैसे हालात देखने को मिल रहे है. जिसका पानी की समस्या के साथ साथ फसलों पर विपरीत असर पड़ रहा है. सुरेंद्र पाल ने बताया कि आने वाले दिनों में भी गर्मी से राहत की उम्मीद नही है.
हिमाचल के पर्यटन स्थलों में तापमान मार्च माह के मध्य में ही गर्मी के रिकॉर्ड तोड़ चुका है. हिमाचल के पर्यटन स्थलों जहां लोग सुकून की तलाश में आते है वहां भी तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री ज्यादा चल रहा है. शिमला में पिछले 24 घंटे के दौरान 25.6 डिग्री, मनाली में 25.8 और धर्मशाला में 33.0 डिग्री तापमान दर्ज़ किया गया. सबसे ज़्यादा तापमान ऊना जिला में 40.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.
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