नई दिल्लीः भारतीय रेलवे साल 2024 के बाद सभी को कंफर्म टिकट देने की योजना पर काम कर रहा है. इसके साथ रेलवे की मांग के अनुसार ट्रेन चलाने की भी योजना है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वीके यादव ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि रेलवे में ढांचागत और आधुनिकीकरण का काम तेजी से चल रहा हैं.


दरअसल, यात्रियों में कंफर्म टिकट को लेकर काफी मारामारी बनी रहती है. रेलवे बोर्ड के मुताबक सालाना करीब 16 करोड़ वेटिंग टिकट बुक होते हैं और इनमें से 7 करोड़ कंफर्म हो पाते हैं. कंफर्म नहीं होने वाले टिकटों में से ऑनलाइन बुक किए गए टिकट अपने आप कैंसिल हो जाते हैं, जबकि खिड़की से टिकट लेने वाले यात्रियों को खड़े रहकर या फिर फर्श पर बैठकर यात्रा करनी पड़ती है. रेलवे इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए मांग के अनुसार ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है.


नेशनल रेल प्लान पर हो रहा काम
रेलवे बोर्ड के सीईओ यादव के अनुसार, इसके लिए रेलवे नेशनल रेल प्लान पर काम कर रहा है. ऑन डिमांड ट्रेन चलाने के लिए 2024 तक इसमें फ्रेट कॉरिडोर तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही रेलवे ने 2024 तक जरूरी परियोजनाओं को के लिए फंड इकट्ठा में जुटी हुई है और माल ढुलाई में रेलवे माजूदा हिस्सेदारी 27 फीसदी से बढ़ाकर 2030 तक 45 करने की तैयारी की जा रही है.


कोरोना के कारण रेलवे की पर असर पड़ा है. इस साल पैसेंजर ट्रेन रेवेन्यू 4600 करोड़ रुपये रहा है जो कि पिछले साल 53 हजार करोड़ रुपये था. वहीं, रेलवे पूर्वोतर के सभी राज्यों की राजधानियों को 2023 तक रेल नेटवर्क से जोड़ने की योजना पर भी काम रहा है.


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