नई दिल्ली: त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद से लगातार हिंसा और तोड़फोड़ की खबरें सामने आ रही है. त्रिपुरा में दो जगहों पर रूसी कम्युनिस्ट क्रांति के अगुवा लेनिन की मूर्तियां गिरा दी गईं जबकि तमिलनाडु में समाज सुधारक पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. इसके बाद कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख पोत दी गई और नुकसान भी पहुंचाया गया. इससे पहले कोयंबटूर में बीजेपी ऑफिस पर कुछ अज्ञात लोगों ने पेट्रोल बम से भी हमला किया.





दरअसल ये सारा मामला त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़ने से शुरू हुआ. साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविज़न में रूसी क्रांति के नायक लेनिन की मूर्ति तोड़ी गई. उसके बाद त्रिपुरा के सबरूम इलाके में लेनिन की ही एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई. इसके बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया. तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में मंगलवार रात समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी पेरियार की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी गई.



हालात तब और खराब होते दिखे जब कोयंबटूर में कुछ अज्ञात लोगों ने बीजेपी ऑफिस पर पेट्रोल बम फेंका. हालांकि जब पेट्रोल बम फेंका गया था, उस समय दफ्तर में कोई नहीं था. इसलिए किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा में मूर्तियां क्षतिग्रस्त किए जाने के मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की. वहीं इस मामले में गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई करने को कहा.



त्रिपुरा में लेनिन की मूर्तियां तोड़ने के मामले में सीपीएम और बंगाल की तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं पुलिस ने जिन दो लोगों को पेरियार की मूर्ति  क्षतिग्रस्त करने के मामले में गिरफ्तार किया है उनमें से एक शख्स बीजेपी कार्यकर्ता है. हालांकि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि अगर इन मामलों में कोई भी बीजेपी कार्यकर्ता शामिल होगा तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.