जैसे कि नमूना देखें तो फिरोजाबाद के एक घर में पूरी और सब्जी बन रही है, मुजफ्फरनगर के एक घर में दाल चावल और छोला बन रहा है, मुरादाबाद के घर में मटर छिले जा रहे हैं और टमाटर काटे जा रहे हैं. मुजफ्फऱनगर के इस शादी समारोह मे खाना बनाने आए यामीन बताते हैं कि ये उनकी जिंदगी की पहली शादी है जिसमें वो बिना मीट के खाना बना रहे हैं आपको लग रहा होगा कि ये तो हर घर की बात है फिर यहां इसमें खास क्या है? तो खास ये है कि इन घरों में शादी की तैयारियां हो रही हैं और ये जो खाना बन रहा है वो शादी में आने वाले मेहमानों के लिए बनाया जा रहा है.
फिरोजाबाद की रहने वाली फरहीन की कल शादी हो गई और शादी में आए मेहमानों को खाने में मिला शाकाहारी खाना. जबकि फरहीन की मां इशरत की मानें तो उनके घर में बिना मीट के कभी खाना ही नहीं बनता था. अवैध बूचड़खानों पर सरकार की कार्रवाई के बाद से मीट बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है और उसी का नतीजा है कि शादी समारोहों में मेहमानों को पूरी सब्जी से लेकर दाल चावल से संतोष करना पड़ रहा है.
ये हाल किसी 1-2 शादी समारोह या एक दो शहरों का नहीं है. यूपी में सरकार की कार्रवाई के विरोध में मीट कारोबारी हड़ताल पर हैं. हालांकि शादी समारोह में मीट परोसे जाने की अर्जी लेकर लोग डीएम के पास पहुंच रहे हैं लेकिन मुजफ्फरनगर के डीएम ने इस तरह का कोई आदेश देने से मना कर दिया है.
फिलहाल यूपी में मीटबंदी के बाद अब देश के दूसरे हिस्सों में भी अवैध बूचडखानों पर एक्शन शुरू हो चुका है. हरियाणा के गुड़गांव में शिवसैनिकों ने नवरात्र की वजह से मीट की दुकानें बंद करा दी हैं और छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी योगी का इफेक्ट दिख रहा है.