केन्द्र सरकार की तरफ से लाए गए तीनों कृषि सुधार संबंधी कानूनों को लेकर सिंघु बॉर्डर से दिल्ली विधानसभा तक इसके खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिला. एक दिन के लिए बुलाए गए दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जहां कृषि कानून की प्रतियां फाड़कर इसे केन्द्र से वापस लेने को कहा तो वहीं हमलावर बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने कृषि कानूनों की कॉपी को नहीं किसानों के भविष्य के टुकड़े किए. इस बीच, बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल की तरफ से जारी नोटिफिकेशन पर ही सवाल उठा दिया है.


केजरीवाल ने विधानसभा में फाड़ी कानूनों की प्रतियां


दरअसल, दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ते हुए कहा- "दिल्ली विधानसभा आज तीनों कृषि कानूनों को खारिज करता है और मैंने केन्द्र सरकार से यह अपील की है कि उन्हें इन काले कानूनों को वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 20 दिनों में 20 किसानों की मौत हो गई है. इस आंदोलन में औसतन रोजाना एक किसान शहीद हो रहे हैं."


केजरीवाल बोले- ब्रिटिश से ज्यादा निर्दयी ना बनें


केजरीवाले ने आगे कहा कि इस महामारी के दौरान आखिर कृषि कानूनों को संसद के पास कराने की क्या आवश्यकता था? ऐसा पहली बार हुआ है जब राज्यसभा में बिना वोटिंग के बिल पास कराया गया है. इसलिए मैं आज विधानसभा में तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां को फाड़ता हूं और केन्द्र से यह अपील हूं कि वे ब्रिटिश से ज्यादा निर्दयी ना बनें.


मनोज तिवारी का केजरीवाल पर निशाना


इधर, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर हमलावर रुख अख्तिया करते हुए उन पर निशान साधा. मनोज तिवारी ने कहा- केजरीवाल ने बिल के टुकड़े नहीं किये बल्कि किसानों के भविष्य के टुकड़े किये... अरविंद केजरीवाल टुकड़े करने में माहिर हैं.


मीनाक्षी लेखी बोलीं- गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं केजरीवाल


इधर, बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केन्द्र के तीनों कृषि कानूनों को लेकर 23 नवंबर को दिल्ली गजेट में नोटिफाइड किया गया था. अब वे नोटिफाई के बाद दिल्ली विधानसभा में कॉपी की प्रतियां फाड़ रहे हैं. यह अवसरवादी राजनीति है. दिल्ली के सीएम गिरगिट है जो बिना गुण के रंग बदलते हैं.