प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ गुरुवार को सर्वदलीय बैठक की. करीब साढ़े घंटे लंबी चली इस बैठक के दौरान वहां की आठ पार्टियों के नेता शामिल हुए. साकारात्मक माहौल में हुई इस चर्चा के बाद अलग-अलग राजनीतिक दलों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.


कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि करीब 80 फीसदी राजनीतिक दल अनुच्छेद 370 पर चर्चा की. लेकिन यह मामला कोर्ट के समक्ष है. हमारी मागें पूर्ण राज्य की बहाली, लोकतंत्र की बहाली के लिए चुनाव, कश्मीरी पंडितों की वापसी, सभी राजनेताओं की हिरासत खत्म करने के साथ जमीन और रोजगार की गारंटी है.  


तो वहीं दूसरी तरफ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि बैठक बहुत ही शानदार रही. अनुच्छेद 370 पर पीडीपी नेता ने कहा- मैंने कहा कि अनुच्छेद 370 का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सुप्रीम कोर्ट अनुच्छेद 370 के मामले पर फैसला करेगा. मैंने धारी 370 की कोई मांग नहीं रखी है.


इधर, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के नेता अल्ताफ बुखारी ने कहा कि बैठक के दौरान हमें चुनाव के रोडपैम की दिशा में आश्वासन दिया गया है. पीएम ने यह भी कहा कि हम पूर्ण राज्य पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.


बैठक के दौरान  नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर, ताराचंद, पीडीपी की महबूबा मुफ़्ती, बीजेपी के निर्मल सिंह, कविन्द्र गुप्ता और रविन्द्र रैना, पीपुल कांफ्रेंस के मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन, पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह, सीपीआईएम के एमवाई तारीगामी, जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी शामिल थे. इसके साथ ही, जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हुए.


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