नई दिल्ली: बीजेपी का दामन थामने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का धन्यवाद किया. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज वो पार्टी नहीं रही जो पहले थी. मन दुखी है. जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति आज उस संगठन के माध्यम से नहीं हो पाती. वहीं कमलनाथ की सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में तबादला उद्योग चल रहा है.
दो मौकों ने मेरे जीवन को बदल दिया- सिंधिया
सिंधिया ने कहा, ''व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसे मौके आते है जो जीवन बदल देते हैं. मेरे जीवन में दो ऐसे मौके आए. पहला मौका 30 सितंबर 2001 को आया जब मैंने अपने पूज्य पिताजी को खोया. ये एक जीवन बदलने का दिन था. उसी के साथ दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 जो 75वीं वर्षगांठ थी. जहां जीवन में नई परिकल्पना और नया मोड़ का सामने करने का फैसला लिया. मैंने सदैव माना है कि हमारा लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए. राजनीति उस लक्ष्य की पूर्ति का माध्यम होना चाहिए. मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि पीएम मोदी और नड्डा जी ने वो आधार दिया जहां से राष्ट्रसेवा और जनसेवा की जा सकती है.''
मध्य प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई- सिंधिया
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''मध्य प्रदेश में एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी. लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए, चाहे वो किसानों की कर्जमाफी की की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो, ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है.'' 10 दिन में किसानों की कर्जमाफी की बात कही गई लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं हैं.प्रधानमंत्री
पीएम मोदी जैसा जनादेश किसी को नहीं मिला- सिंधिया
नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश में पीएम मोदी जैसा जनादेश किसी को नहीं मिला. उनके अंदर कार्य करने की क्षमता है. उन्होंने देश का नाम पूरी दुनिया में मजबूत किया है.
कांग्रेस छोड़ने के तीन कारण
सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने के पीछ तीन वजह बताए. पहला ये कि कांग्रेस पार्टी वास्तिवकता से इंकार रही है. दूसरा नए नेतृत्व को मान्यता नहीं मिल रही है. तीसरा ये कि 18 महीने में मध्य प्रदेश को लेकर जो सपने देखे थे वे पूरी तरह से बिखर गए.