The Kashmir Files Row: गोवा में इफ्फी जूरी हेड नदव लैपिड (Nadav Lapid) की द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर की गई टिप्पणी ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के समर्थन वाली शिवसेना (Shivsena) नेता संजय राउत ने लैपिड के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि हां, ये सही है कि ये प्रोपेगैंडा फिल्म थी. उन्होंने साफ कहा कि ये एक पार्टी को समर्थन करने वाली और दूसरी पार्टी का विरोध करने वाली फिल्म थी.
दरअसल, मंगलवार, 29 नवम्बर 2022, को संजय राउत मीडिया से बातचीत कर रहे थे. इसी बातचीत में उनसे इफ्फी जूरी हेड नदव लैपिड के कश्मीर फाइल्स को प्रोपेगंडा फिल्म बताने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये सही है कश्मीर फाइल्स एक प्रोपेगेंडा फिल्म थी. एक पार्टी का समर्थन करने के लिए फिल्म बनाई गई थी. जहां जहां बीजेपी की सरकार है, वहां उस फिल्म का प्रचार किया गया.
'कश्मीर फाइल्स आने के बाद सबसे ज्यादा किलिंग'
उन्होंने कहा कि ये सिनेमा आने के बाद कश्मीर में सबसे ज्यादा किलिंग हुई हैं. खासतौर पर पंडितों की किलिंग हुई. पंडितों को मारा गया, सुरक्षा कर्मियों को मारा गया, तब ये कश्मीर फाइल्स वाले कहां थे. कश्मीरी पंडितों के बच्चे भी गुस्सा दिखा रहे थे. अब कहां गए कश्मीर फाइल्स वाले. अब हमारी योजना दिखाइए. तब न कोई सामने आया और न कश्मीर फाइल्स 2.0 की कोई योजना आई. अब बनाइए कश्मीर फाइल्स 2.0.
इजरायल ने मांगी माफी
इजराइली फिल्म मेकर नादव लैपिड के ‘द कश्मीर फाइल्स’ को वल्गर और प्रोपेगैंडा वाली फिल्म बताने वाले बयान पर इजरायल ने अपनी गलती मानी है. इसे लेकर इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन (Naor Gilon) ने भारत से माफी भी मांगी है. उन्होंने लैपिड के बयान पर खेद जताते हुए कहा कि उन्हें नादव लैपिड के बयान पर शर्म आती है.
इजरायली राजदूत ने कश्मीर फाइल्स की आलोचना के बाद लैपिड को एक खुला पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा 'आपको शर्म आनी चाहिए'. साथ ही उन्होंने लैपिड को फटकार भी लगाई और इस बात पर जोर दिया कि कैसे भारत और इजराइल के के बीच दोस्ती बहुत मजबूत है और उनके इस बयान से आगे कोई नुकसान नहीं होगा.
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