नई दिल्ली: हैदराबाद गैंगरेप मामले के चारों अभियुक्तों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने को लेकर जहां एक तरफ पुलिस की तारीफ हो रही है वहीं इसपर सवाल उठाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हैदराबाद एनकाउंटर पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने सभी सरकारों से एक साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया है ताकि क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को मजबूत किया जा सके.
भले ही हैदराबाद में एनकाउंटर पर पुलिस को शाबाशी मिल रही है. लोग पुलिस की कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की राय अलग है. उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा,"उन्नाव और हैदराबाद में रेप की घटनाएं उजागर होने के बाद लोग गुस्से में हैं. इसलिए हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई पर खुशी जता रहे हैं.” उन्होंने आगे कहा कि क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में लोगों का विश्वास टूटना चिंता का विषय है. क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को मजबूत करने के लिए सभी सरकारों को आगे आना चाहिए.
हालांकि, ट्विटर पर लोगों को अरविंद केजरीवाल की सलाह पसंद नहीं आई और उन्होंने निशाना साधना शुरू कर दिया. एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "अभी महिला डॉक्टर की आत्मा को शांति भी नहीं मिली है कि राजनीति शुरू हो गई.” किसी ने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि आपने निर्भया केस के मामले में क्या किया.
कुमार विश्वास, शर्मिष्ठा मुखर्जी उठा चुके हैं सवाल
अरविंद केजरीवाल अकेले नहीं हैं, जिन्होंने पुलिस की इस तरह की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए हैं और जांच की मांग की है. शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा है, ‘’कहीं पुलिस ने पब्लिक के दबाव की वजह से तो एनकाउंटर नहीं किया? आखिर ऐसी कौनसी नौबत आ गई थी कि कानून के रखवालों को ही कानून हाथ में लेना पड़ा. हो सकता है कि चारों आरोपियों ने वाकई में भागने की कोशिश की हो, लेकिन एक साथ चारों आरोपियों को मार देना एक्सट्रीम कंडीशन है. इस एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए.’’
कवि और आम आदमी पार्टी के नेता रहे कुमार विश्वास ने पुलिस के एक्शन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने से आम लोग खुश हैं, लेकिन ये भारतीय जनतंत्र के कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं. उन्होंने कहा, "हैदराबाद एनकाउंटर पर देश के सामान्य नागरिकों में प्रसन्नता है. मगर साथ ही न्यायिक व्यवस्था और राजनैतिक संकल्प शक्ति के प्रति गहरे अविश्वास की दुखद सूचना भी है. कुमार विश्वास यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने आगे कहा, "जनतंत्र के रूप में हम सब को इस व्यवस्था के आमूल-चूल कायाकल्प के विषय में सोचना ही होगा."