MP और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की परफॉर्मेंस से 'दबाव' में BJP, असम में कर्जा माफ किया तो गुजरात में बिजली बिल
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के कुछ घंटों के भीतर किसान कर्जमाफी का एलान कर दिया गया. कल कांग्रेस अधयक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि मेरा प्रदर्शन पीएम मोदी से 10 गुना बेहतर है.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की नव निर्वाचित सरकार के कर्जमाफी की घोषणा के बाद बीजेपी पर दबाव बनता नजर आ रहा है. इसी का असर है कि बीजेपी शासित असम सरकार ने भी कर्ज माफी का एलान किया है. इसके साथ ही गुजरात सरकार ने भी बिजली चोरों का 640 करोड़ रुपया बकाया माफ करने का फैसला किया है.
असम सरकार ने क्या फैसला किया? राज्य के आठ लाख किसानों का 600 करोड़ रुपए तक का कर्ज माफ होगा. सरकार किसानों का 25 फीसदी तक का कर्ज बट्टे खाते में डालेगी. इस कर्जमाफी में सभी तरह के कृषि ऋण शामिल हैं. क्रेडिट कार्ड और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से लिया गया कृषि कर्ज माफ होगा. 19 लाख किसानों को अगले वित्त वर्ष तक बिना ब्याज के कर्ज मिल सकेगा.
गुजरात सरकार ने क्या फैसला लिया? गुजरात के जस्दन में कल होने वाले उपचुनाव से पहले राज्य सरकार ने बिजली चोरों का बकाया बिजली बिल माफ करने का एलान कर दिया है. गुजरात सरकार के फैसले के तहत 6 लाख 22 हजार बिजली चोरों का बिल माफ होगा. बिजली चोरी का बिल करीब 650 करोड़ रुपए का है. बिल माफी के लिए 28 फरवरी तक आवेदन करना होगा.
विजय रुपाणी सरकार इस फैसले को जनता के हित के लिए जरूरी बता रही है. वहीं विपक्ष सरकार के इस फैसले को चुनावी स्टंट बता रहा है. जाहिर है कि तीन राज्यों में कांग्रेस की चुनावी सफलता ने बीजेपी शासित राज्यों को किसानों का कर्जा माफ करने के लिए मजबूर दिया है.