चंडीगढ़ सीट पर कांग्रेस के तीन दावेदार, नवजोत कौर सिद्धू के बाद अब मनीष तिवारी ने ठोका दावा
पवन कुमार बंसल केंद्र शासित चंडीगढ़ से चार बार सांसद रहे हैं. उन्हें 2014 में अभिनेत्री किरण खेर ने हराया था. पवन कुमार बंसल ने नवजोत कौर सिद्धू और मनीष तिवारी की दावेदारी पर कहा कि चुनाव लड़ने के लिए कोई भी अप्लाई कर सकता है. फैसला कांग्रेस नेतृत्व को करना है.
चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव में भले ही 69 दिन बाकी हो लेकिन अभी से ही कांग्रेस में टिकट के लिए जोर-आजमाइश शुरू हो गई है. चंडीगढ़ सीट से कांग्रेस के तीन-तीन दावेदारों ने आवेदन कर हलचल बढ़ा दी है. पहला आवेदन पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल ने किया है जो पिछली बार चुनाव हार गए थे. दूसरा आवेदन नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने महिला कोटे से किया है.
इसके बाद अब तीसरा दावा कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ठोका. हालांकि तिवासी इससे पहले साल 2009 में पंजाब के लुधियाना से सांसद चुने गए थे. कांग्रेस नेता पंजाब में इस बार अपनी जीत पक्की मान रहे हैं इसलिए चंडीगढ़ हॉट सीट बन गई है. पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ से फिलहाल बीजेपी की किरण खेर सांसद हैं. पंजाब में कांग्रेस जबकि हरियाणा में बीजेपी सत्ता में है.
नवजोत कौर की दावेदारी नवजोत कौर ने शुक्रवार को चंडीगढ़ कांग्रेस ऑफिस जाकर टिकट के लिए आवेदन किया. 30 जनवरी टिकट के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख है. कौर पहले अमृतसर की ईस्ट सीट से बीजेपी की MLA रह चुकी हैं और पंजाब की बादल सरकार में CPS थीं. अब उसी सीट पर सिद्धू कांग्रेस के विधायक और मंत्री हैं.
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मनीष तिवारी लुधियाना से सांसद रहे मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ संघ कांग्रेस समिति (सीटीसीसी) के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हूं.’’ पत्र में उन्होंने लिखा है, ‘‘कृपया सीटीसीसी और प्रदेश चुनाव समिति के स्तर पर मेरी उम्मीदवारी पर विचार करें और इसे एआईसीसी... स्क्रीनिंग समिति... केंद्रीय चुनाव समिति और कांग्रेस अध्यक्ष को उचित विचार के लिए भेजा जाए.’’
पवन बंसल पवन कुमार बंसल केंद्र शासित चंडीगढ़ से चार बार सांसद रहे हैं. उन्हें 2014 में अभिनेत्री किरण खेर ने हराया था. पवन कुमार बंसल ने दो अन्य दावेदारी पर कहा कि चुनाव लड़ने के लिए कोई भी अप्लाई कर सकता है पर अंतिम फैसला तो हाईकमान का ही होगा. मैंने चालीस साल काम किया है. विरोध प्रदर्शनों में पानी की बौछारें खाई है.