Chhattisgarh Congress Crisis: पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ में बदलाव की आहट तेज, आज दिल्ली आएंगे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव
Congress Crisis: छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच खबर है कि करीब 20 विधायक पिछले 3 दिन से हर दिन सीएम हाउस जा रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में सीएम बदलने की चर्चा तेज हो गई है.
नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में बदलाव के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बदलाव की आहट तेज हो गई है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आज दिल्ली आएंगे. वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2800 करोड़ रुपए से ज्यादा की योजनाओं की शुरुआत करके अपनी ताकत भी दिखा दी है. टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल में सीएम पद को लेकर काफी दिनों से खींचतान चल रही है.
पंजाब के बाद अब क्या छत्तीसगढ़?
कांग्रेस नेता भक्त चरण दास और प्रवक्ता गौरव वल्लभ छत्तीसगढ़ में हैं. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव आज दिल्ली जा रहे हैं. कल ही सीएम भूपेश बघेल ने 2 हजार 834 करोड़ का भूमिपूजन और लोकार्पण किया है. जानकार बता रहे हैं की इससे पहले बिना चुनाव या किसी राजनीतिक घटनाक्रम के प्रदेश के इतिहास में इतना बड़ा लोकार्पण और भूमिपूजन का काम नहीं हुआ है.
प्रदेश में सीएम बदलने की चर्चा तेज
छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं के बीच खबर है कि करीब 20 विधायक पिछले 3 दिन से हर दिन सीएम हाउस जा रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में सीएम बदलने की चर्चा तेज हो गई है.
प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर क्या विवाद है?
दरअसल छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल बनाम टीएस सिंह देव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर ढाई-ढाई साल पर रोटेशन का झगड़ा है. इस को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मज़बूत वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव वर्तमान सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते रहे हैं.
ढाई-ढाई साल का फ़ार्मूला
ढाई साल पहले छतीसगढ़ में भारी बहुमत से आई कांग्रेस सरकार में 17 दिसम्बर 2018 को भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनाए गए थे. माना जाता है कि तब कांग्रेस ने छतीसगढ़ के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को ये कह कर बघेल के नाम पर राज़ी किया था कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया जाएगा.