भारत ने सिखाया सबक तो चीन के आगे गिड़गिड़ाए मोहम्मद मुइज्जू, कहा- 'प्लीज अपने लोगों को भेजो...'
पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी विवाद के चलते कई भारतीय पर्यटक मालदीव के अपने रिजर्वेशन कैंसिल कर रहे हैं. इस बीच मालदीव के राष्ट्रपति को चीन से ज्यादा पर्यटक भेजने की गुहार लगानी पड़ रही है.
India Maldives Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी हाल में की गई लक्षद्वीप यात्रा पर मालदीव के कुछ मंत्रियों की ओर से की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कीमत इस द्वीपीय देश को पर्यटन में नुकसान से उठानी पड़ रही है. अब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन से उनके देश में ज्याद पर्यटक भेजने की गुहार लगानी पड़ रही है.
मोहम्मद मुइज्जू सोमवार (8 जनवरी) से चीन की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर पैदा हुए राजनयिक विवाद के बीच भारतीय पर्यटकों की ओर से रिजर्वेशन कैंसिल किए जाने पर मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने मंगलवार (9 जनवरी) को चीन से अपील की वह अपने देश से ज्यादा पर्यटक भेजने के प्रयास तेज करे.
चीन की तारीफ में क्या कुछ बोले मोहम्मद मुइज्जू?
अपने दौरे के दूसरे दिन मुइज्जू ने फुजियान प्रांत में मालदीव बिजनेस फोरम को संबोधित करते कहा कि चीन हमारे सबसे करीबी सहयोगियों और विकास साझेदारों में से एक बना हुआ है. मुइज्जू ने 2014 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से शुरू की गई बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) परियोजनाओं की तारीफ की.
उन्होंने कहा कि चीन ने मालदीव के इतिहास में देखी गई सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं प्रदान कीं. इसी के साथ उन्होंने चीन से मालदीव में अपने पर्यटकों का प्रवाह बढ़ाने का आग्रह किया.
उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक रीडआउट में कहा गया है, ''कोविड से पहले चीन हमारा (मालदीव का) नंबर एक बाजार था और मेरा अनुरोध है कि हम चीन को यह स्थान फिर से प्राप्त करने के लिए प्रयास तेज करें.''
इसके अलावा मालदीव की मीडिया में ऐसी खबर है कि मालदीव और चीन ने हिंद महासागर द्वीप में एक एकीकृत पर्यटन क्षेत्र विकसित करने के लिए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की परियोजना पर हस्ताक्षर किए हैं.
इन मंत्रियों ने की थी पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी
मुइज्जू की सरकार ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी को लेकर अपमानजनक पोस्ट करने पर अपने तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया है, साथ ही मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री (MATI) ने अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है.
रविवार (7 जनवरी) को निलंबित किए गए तीन मंत्रियों के नाम मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद हैं. इन मंत्रियों ने पीएम मोदी को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां करते हुए आरोप लगाया कि भारत सरकार मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के तौर पर लक्षद्वीप को पेश करने का प्रयास कर रही है.
2022 और 23 में भारत था मालदीव का सबसे बड़ा पर्यटक बाजार
मालदीव पर्यटन मंत्रालय की ओर से पहले जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत 2023 में देश के लिए सबसे बड़ा पर्यटक बाजार बना हुआ था. मालदीव में 2023 में भारत से सबसे ज्यादा 209,198 पर्यटक पहुंचे थे, दूसरे नंबर पर रूस से 209,146 पर्यटक और तीसरे स्थान पर चीन से 187,118 पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की थी. इससे पहले 2022 में भी भारत से सबसे ज्यादा 240,000 पर्यटक मालदीव पहुंचे थे.
कोविड से पहले चीन 2.80 लाख से ज्यादा पर्यटकों के साथ टॉप पर था लेकिन वर्तमान में लगभग चार साल की लॉकडाउन नीति और अपनी अर्थव्यवस्था की निरंतर मंदी के कारण अपने घरेलू और विदेशी पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए संघर्ष कर रहा है.
यह भी पढ़ें- मालदीव विवाद पर PM मोदी के समर्थन में उतरे शरद पवार, 'कोई भी दूसरे देश का नेता पीएम के खिलाफ बोलेगा तो...'