जशपुर: छत्तीसगढ़ में दिन सामाजिक बहिष्कार के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला और सामने आया है. आरा इलाके में एक युवक और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने समाज में शामिल करवाने के लिए एसपी और कलेक्टर से गुहार लगाई है.


मामला आरा चौकी के केतार गांव का है. बताया जा रहा है कि उत्तम कुजूर गांव में ही चल रहे एक निजी स्कूल के संचालन समिति में शामिल था. स्कूल संचालन के समय किसी बात को लेकर समिति के ही एक अन्य सदस्य से उसकी कहासुनी हो गई. जिसके बाद युवक के खिलाफ गांव में बैठक बुलाई गई. जिसमें उत्तम कुजूर और उसके पूरे परिवार का गांव के लोगों ने मिलकर सामाजिक बहिष्कार कर दिया. बैठक में कहा गया कि युवक और उसके पूरे परिवार से कोई भी किसी भी तरह का संबंध नहीं रखेगा. साथ ही परिवार के किसी भी आयोजन में कोई भी ग्रामीण शामिल नहीं होगा.


बताया जा रहा है कि उत्तम कुजूर की गांव में एक दुकान है. बैठक में कहा गया कि युवक की दुकान से कोई कुछ सामान भी नहीं खरीदेगा. अगर कोई भी ग्रामीण इस फैसले को नहीं मानता है तो उसे भी पांच हजार रुपये का जुर्माना देना होगा. गांव के इस फैसले के बाद से ही परिवार परेशान है. उत्तम कुजूर की हाल ही में सगाई हुई है. मामले के बाद से उसे सगाई टूटने का भी डर है. पीड़ित परिवार ने सामाजिक बहिष्कार की बैठक में अहम भूमिका निभाने वाले 16 लोगों के खिलाफ कलेक्टर और एसपी को शिकायत दी है. वहीं एसपी शंकरलाल बघेल ने मामले की जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.


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