कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस विधायक जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल नगर निगम प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया है. कुछ दिन पहले ही उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार को एक पत्र लिखकर इस औद्योगिक शहर को केन्द्रीय कोष से वंचित रखने का आरोप लगाया था. आपको बता दें, गुरुवार को शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था. पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने पिछले महीने राज्य मंत्रिमंडल से भी इस्तीफा दे दिया था. सूत्रों के मुताबिक, अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अपने फैसले से उन्हें अवगत कराया है.
अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद बुधवार को वरिष्ठ सांसद सुनील मंडल और आसनसोल नगर निगम के प्रमुख जितेंद्र तिवारी समेत पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के साथ मुलाकात की थी. अधिकारी पश्चिम बर्द्धमान जिले में कांकसा में मंडल के आवास पर उनसे मिलने गए. सूत्रों ने बताया कि बर्द्धमान पूर्व लोकसभा क्षेत्र के दो बार के सांसद मंडल ने अधिकारी का स्वागत किया और उन्हें भीतर ले गए. वह सुबह ही अधिकारी के समर्थन में सामने आए थे और शिकायतों को दूर नहीं करने के लिए पार्टी पर दोष मढ़ा था.
कुछ देर बाद तिवारी भी मंडल के आवास में जाते हुए नजर आए. तिवारी ने राजनीतिक कारणों से केंद्रीय कोष से आसनसोल को वंचित रखने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की थी. तिवारी पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
बीजेपी में शामिल होने की जा रही उम्मीद
ऐसा माना जा रहा है कि ममता बनर्जी के भरोसेमंद अधिकारी जल्द बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो यह ममता बनर्जी के लिए बहुत बड़ा झटका होगा. इससे पहले, शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार से इस्तीफा देकर टीएमसी को विधानसभा चुनाव से ऐन पहले बड़ा झटका दिया है. आपको बता दें, 27 नवंबर तक शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के राइट हैंड माने जाते थे.
ममता कैबिनेट में उनकी हैसियत सबसे ज्यादा मानी जाती थी. तृणमूल कांग्रेस के लिए रैलियों में भीड़ का एक बड़ा कारण शुभेंदु अधिकारी होते थे. बंगाल मंत्रिमंडल में उनके पास तीन तीन विभाग थे. लेकिन फिर अचानक उन्होंने 27 नवंबर को पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
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