'कश्मीर से 370 हटने के बाद किसी की कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं', दिल्ली यूनिवर्सिटी में बोले Amit Shah
Delhi Universit में बोले अमित शाह, मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को चुटकी बजा कर 370 को खत्म कर दिया. मोदी सरकार की नीतियों के कारण खून की नदियां छोड़ो किसी में कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं है.
Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) से धारा 370 और 35A (Section- 370 and Article- 35A) हटाए जाने का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minsiter Amit Shah) ने कहा कि लोग कहते थे खून की नदियां बह जाएंगी लेकिन मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को चुटकी बजा कर 370 को खत्म कर दिया. मोदी सरकार की नीतियों के कारण खून की नदियां छोड़ो किसी में कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं है. अमित शाह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल में भी कश्मीर में आतंकियों ने कई निर्दोष लोगों की हत्या की है जिनमें कश्मीरी पंडितों को खास तौर पर निशाना बनाया गया है.
दिल्ली विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग (Political Science Department) द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी का उद्घाटन करने पहुंचे अमित शाह ने पूर्वोत्तर के कई जिलों से अफ्सपा हटाए जाने का भी जिक्र किया लेकिन साथ ही इस बात भी विशेष जोर दिया कि मानवाधिकार उनका भी होता है जो आतंकवाद की भेंट चढ़ जाते हैं. गृहमंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का जम कर बखान किया और साथ ही छात्रों को नसीहत दी कि विश्वविद्यालयों को वैचारिक लड़ाई का अखाड़ा ना बनने दें. बीते कुछ सालों से जेएनयू समेत देश के कई विश्वविद्यालयों में छात्र संगठनों के बीच टकराव की खबरें आती रही हैं.
विश्वविद्यालय को वैचारिक अखाड़ा न बनाएंः अमित शाह
अमित शाह ने कहा, विश्वविद्यालय को वैचारिक लड़ाई का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए. लड़ाई की बजाय चर्चा को महत्व देना चाहिए. कोहिनूर को कोई कितना फीट भी दफना दे तो भी उसका प्रकाश बाहर आ ही जाता है. नालंदा, तक्षशिला विश्वविद्यालय को जलाने वाले कोई याद नहीं करता. विश्वविद्यालय जल गए लेकिन विचार आज भी जिंदा हैं. अमित शाह ने कहा कि हमें अधिकार के लिए संघर्ष की बजाय दायित्व पर चलने का रास्ता चुनना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से अमित शाह ने यह भी कहा कि मोदी जी का मानना है युवा ही भारत को महान बना सकते हैं.
अमित शाह ने की भारत सरकार की तारीफ
इससे पहले "स्वराज से नवभारत तक भारत के विचारों का पुनरावलोकन" विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में बोलते हुए अमित शाह ने मोदी सरकार में नए भारत को लेकर उठाए जा रहे कदमों का बखान किया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश की कोई रक्षा नीति नहीं थी. विदेश नीति को ही रक्षा नीति माना जाता था. लेकिन बीते कुछ सालों में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर दुनिया को अपनी रक्षा नीति का परिचय दिया कि जो हमारी सीमा का अपमान करेगा उसको उसी की भाषा में जवाब देंगे. अमित शाह ने यह भी कहा कि भारत कोई संधि या युद्व से बना देश नहीं है बल्कि यह एक भू-सांस्कृतिक देश है. अमित शाह ने कहा, आईडिया ऑफ इंडिया वसुधैव कुटुंबकम, वैष्णव जन के भजन में है.
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