इस्तीफे के बाद सिंधिया पर कांग्रेस हमलावर, शिवराज बोले- साथ थे तो महाराज थे, अब माफिया हो गए
पीएम मोदी से मिलने के कुछ देर बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना इस्तीफा ट्वीट कर दिया. हालांकि माना जा रहा है कि यह इस्तीफा कल ही दिया जा चुका था. इस्तीफे पर 9 मार्च की तारीख दर्ज है.
नई दिल्ली : कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेताओं के बयान आना शुरु हो गए हैं. गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गृह मंत्री अमित शाह के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे थे. पीएम मोदी से मिलने के कुछ देर बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना इस्तीफा ट्वीट कर दिया. हालांकि माना जा रहा है कि यह इस्तीफा कल ही दिया जा चुका था. इस्तीफे पर 9 मार्च की तारीख दर्ज है.
वेणुगोपाल बोले – निष्कासित किया है, शिवराज का सवाल – पहले महाराज, अब माफिया क्यों ?
कांग्रेस संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते कांग्रेस से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है. उनका यह बयान ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्वीट के बाद आया. वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुआ कि जब तक सिधिंया कांग्रेस में थे तो महाराजा थे, अब क्या माफिया हो गए ? इससे पहले दिग्विजय सिंह ने निशाना साधते हुए कहा था कि दिग्विजय सिंह ने कहा कि माफियाओं पर लगाम कसने की वजह से ये संकट हुआ है.
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सिंधिया का इस्तीफा पार्टी का बड़ा नुकसान है. उन्होंने मप्र विधानसभा चुनावों में कड़ा संघर्ष किया था. पार्टी के हालात कभी भी सामान नहीं रहते हैं. उतार चढ़ाव लगे रहते हैं. अधीर ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसीबत को पार्टी से बेईमानी करना गलत है. उन्होंने आगे कहा कि हो सकता है कि मध्य प्रदेश में हमारी सरकार न रहे लेकिन बीजेपी गलत तरीकों से तोड़-फोड़ कर आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी अब अगले कदम पर विचार करेगी.
वहीं कांग्रेस के नेता अरुण यादव ने सिंधिया के इस्तीफे के बाद से उन पर ट्विटर से हमला जारी रखा है. सिंधिया के इस्तीफा लिखते ही अरुण यादव ने पहला ट्वीट किया – ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है.
आने वाला वक़्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों - मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा ।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi @OfficeOfKNath
— Arun Yadav ???????? (@MPArunYadav) March 10, 2020
सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी.‘ उन्होंने लगातार कई ट्वीट किए जिनमें उन्होंने सिंधिया का नाम लिए बिना उनकी तुलना जयचंद और मीऱ जाफर से तुलना की. अरुष लगातार ट्विटर पर हमलावर हैं और कह रहे हैं इन्हें जनता सबक सिखाएगी.
एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है..। - तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है....
— Jitu Patwari (@jitupatwari) March 10, 2020
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्विटर के जरिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है... - तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है.