पर्यटक की हत्या के बाद कश्मीर पर्यटन पर खतरा, मोदी सरकार ने सेफ टूरिस्ट कॉरिडोर की योजना बनाई
गृह मंत्रालय में आज उच्च स्तरीय बैठक हुई. सुरक्षा महकमा इस कवायद में जुट गया है कि कश्मीर घाटी में आने वाले पर्यटकों के लिये पुख्ता सुरक्षा कवर दिए जाएं ताकि उनमें खौफ का माहौल ना बने.
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नई दिल्ली: अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाने वाले राज्य जम्मू-कश्मीर में अब पर्यटकों के कम आने का खतरा मंडराने लगा है. दरअसल कल पत्थरबाजों ने पर्यटकों को निशाना बनाया. इस दौरान चेन्नई के एक पर्यटक की मौत हो गई. पत्थरबाजों की इस अमानवीय हरकत के बाद केंद्र और राज्य सरकार सकते में है. केंद्रीय गृह मंत्रालय में आज उच्च स्तरीय बैठक हुई. सुरक्षा महकमा इस कवायद में जुट गया है कि कश्मीर घाटी में आने वाले पर्यटकों के लिये पुख्ता सुरक्षा कवर दिए जाएं ताकि उनमें खौफ का माहौल ना बने.
हालात का जायजा लेने गृहमंत्री राजनाथ सिंह आला अधिकारियों के साथ जल्द ही कश्मीर जाएंगे. सरकार के विशेष प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा भी अगले हफ्ते कश्मीर घाटी जाएंगे. गृह मंत्रालय में पर्यटकों कें लिए व नए सुरक्षा प्लान पर विचार के लिए बैठक में गृह सचिव राजीव गौबा के अलावा कश्मीर के सरकार के प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा, आईबी चीफ सहित तमाम आला अधिकारी बैठक में मौजूद थे.
सेफ टूरिस्ट कॉरिडोर पर विचार सुरक्षा बैठक में शामिल सूत्रों के मुताबिक़ इस घटना को देखते हुए गृह मंत्रालय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर टूरिस्टों के लिए सेफ कॉरिडोर बनाने पर विचार हुआ. यानि श्रीनगर के अंदर में टूरिस्ट स्पॉट एयरपोर्ट, गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे पर्यटन के जगहों पर पर्यटकों की आवाजाही वाले रास्तों को सुरक्षित करने के लिये पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किया जाएगा. ताकि पर्यटकों की आवाजाही के दौरान आतंकियों से मुठभेड़, अलगावादियों की पत्थरबाजी और विरोध प्रदर्शनों की चपेट से बचाया जा सके.
सोशल मीडिया का लिया जाएगा सहारा नए प्लान के मुताबिक, विरोध प्रदर्शनों और पत्थरबाजी से प्रभावित रास्तों के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम बनाने पर भी विचार किया गया. यानि सुरक्षा नाकों पर ही ऐसे खतरनाक रास्तों पर जाने से टूरिस्टों को रोका जा सके, जहां खतरा हो सकता है. खतरे से आगाह करने के लिए लिए सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जाएगा. साथ ही पर्यटकों के लिए भी सुरक्षा एडवाइजरी जारी करने के लिए राज्य पुलिस पहल करेगी.
जम्मू-कश्मीर के नारबल में पत्थरबाजों ने पर्यटकों को बनाया निशाना, चेन्नई के एक शख्स की मौत
दरअसल जम्मू कश्मीर में सोमवार को पत्थरबाजी की चपेट में आकर तमिलनाडु के एक 22 साल के पर्यटक की मौत हो गई. पत्थरबाजों ने इस वारदात ने जहां 5 पर्यटकों को घायल कर दिया था. हालांकि इस घटना के बाद कश्मीर घाटी में तीखी प्रतिक्रिया हुई और मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से मिलकर संवेदना जताते हुए कहा कि उनका सिर शर्म से झुक गया है. तो पुर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मेहमान की हत्या पर अलगावादियों को कठघरे में खड़ा कर दिया.
सरकार की कोशिश है कि कश्मीर घाटी के व्यापारी और आवाम इस तरह की घटना का विरोध करे जिससे कि अलगावादियों और पथ्थरबाज़ों पर दबाव बनाया जा सके. घाटी में पर्यटन और पर्यटकों के आवाजाही वहां की अर्थव्यवस्था और आम लोगो के रोजगार देने का बड़ा जरिया है, ऐसे में इस तरह की घटनाएं आम लोगों की कमाई और रोजगार के लिए मुश्किल हालात बनाएंगे.
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