त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार की शाम को राज्य की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफे के बाद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बीजेपी विधायक दल की कल सुबह ग्यारह बजे पार्टी दफ्तर में बैठक बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि मैंने आज राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है.


देहरादून में त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आगे कहा- पार्टी ने राज्य की सेवा करने का चार साल का सुनहरा मौका दिया. मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा अवसर मिलेगा. अब पार्टी ने यह फैसला किया है मुख्यमंत्री पद के तौर पर सेवा करने का यह मौका किसी और को दिया जाए.


11 मार्च की सुबह शपथ ग्रहण


11 मार्च की सुबह 11 बजे उत्तराखंड में नए सीएम का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा. बुधवार को विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का नाम भी तय कर दिया जाएगा. त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रेस में जो चेहरे हैं वो हैं- उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट, अनिल बलूनी और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल. आइये बताते हैं इनके बारे में.


हालांकि, बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन पर गंभीरता से विचार कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार के मंत्री धन सिंह रावत, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मजबूत विकल्प के रूप में उभरे हैं. उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी को भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है.


उप-मुख्यमंत्री पद को लेकर भी चर्चा


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी कुमाऊं क्षेत्र से एक उपमुख्यमंत्री भी नियुक्त कर सकती है. सूत्रों का कहना है कि पुष्कर सिंह धामी को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. मुख्यमंत्री रावत ने सोमवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी.


भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी मामलों के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार सिंह कुछ दिन पहले अचानक देहरादून पहुंचे और कोर ग्रुप की बैठक की. इस बैठक के बाद से ही रावत को पद से हटाए जाने को लेकर अटकलें लग रही हैं.


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