नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में कोरोना की पहली वेव और दूसरी वेव में कोई ज्यादा अंतर नहीं है. मंत्रालय की ओर से जारी किए गए दोनों वेव में आयु वर्ग में संक्रमण के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल और इस साल लगभग संक्रमण वैसा ही है.
भारत में कोरोना की पहली वेव के मुकाबले दूसरी वेव में ज्यादा केस आए. हर दिन नए मामले पिछले दिन से ज्यादा नए मामले आते थे. साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा था. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में संक्रमण हर आयु वर्ग में एक जैसा था. दोनों में एक जैसा पैटर्न था.
1 जुलाई से 31 दिसंबर 2020 के बीच इस आयु वर्ग में संक्रमण
1 से 10 साल - 3.28 फीसदी
11 से 20 साल - 8.03 फीसदी
21 से 30 साल - 21.21 फीसदी
31 से 40 साल - 21.23 फीसदी
41 से 50 साल - 17.03 फीसदी
51 से 60 साल -15.06 फीसदी
61 से 70 साल - 9.14 फीसदी
71 से 80 साल - 3.70 फीसदी
81 से 90 साल - 0.94 फीसदी
90 साल से ज्यादा 0.11 फीसदी
15 मार्च से 25 मई 2021 के बीच इस आयु वर्ग में संक्रमण
1 से 10 साल - 3.05 फीसदी
11 से 20 साल - 8.57 फीसदी
21 से 30 साल - 22.49 फीसदी
31 से 40 साल - 22.70 फीसदी
41 से 50 साल - 17.26 फीसदी
51 से 60 साल -13.36 फीसदी
61 से 70 साल - 8.22 फीसदी
71 से 80 साल - 3.35 फीसदी
81 से 90 साल - 0.88 फीसदी
90 साल से ज्यादा 0.13 फीसदी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इन दोनों कोरोना वेव में कोई ज्यादा अंतर नहीं है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक, दोनों वेव में समानता है, जिस तरह पिछली वेव में संक्रमण 21 से 30 साल, 31 से 40 साल के एज ग्रुप में देखा गया वैसा ही संक्रमण है. इसी तरह बच्चों के अलग अलग एज ग्रुप में भी वैसा ही संक्रमण है.
लगभग हर आयु वर्ग में संक्रमण वैसा ही जैसे पिछली बार था. बस एक साथ कई मामले कम वक्त में सामने आए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर सावधानी नहीं बरती तो फिर केस बढ़ने लगेंगे.
सरकार की कमिटी ने कहा- देश में वैक्सीन लगने से सिर्फ एक मौत, बिना घबराहट के लगवाएं टीका