First Agniveer Marty In Indian Army: लद्दाख के सियाचिन में भारतीय सेना के अग्नि वीर जवान गावते अक्षय लक्ष्मण की शहादत हुई है. वह लाइन आफ ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पहले अग्नि वीर जवान है. लक्ष्मण भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे.


फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर ) पर पोस्ट कर लक्ष्मण को श्रद्धांजलि दी गई है. बलिदानी जवान की तस्वीर शेयर कर लिखा, "बर्फ में खामोश हैं, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के सभी रैंक सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. साथ ही शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं."





न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी ट्वीट कर यह जानकारी दी है. सेना ने बताया है कि उन्हें दुनिया के सबसे उंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन के ग्लेशियर में तैनात किया गया था. सेना के सूत्रों ने कहा है कि बलिदानी जवान के पार्थिव शरीर को आज रविवार (22 अक्टूबर) को ही उनके घर भेजा जाएगा. 


महाराष्ट्र के रहने वाले थे अक्षय लक्ष्मण


सेना के सूत्रों ने बताया है कि अक्षय लक्ष्मण मूल रूप से महाराष्ट्र के निवासी थे. उन्हें लेह मुख्यालय वाली भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में ही पहली तैनाती मिली थी. इंडियन आर्मी ने भी एक्स पर लिखा, "जनरल मनोज पांडे (सीओएएस) और सेना के सभी रैंक के अधिकारी अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं. उन्होंने सियाचिन की सर्वोच्च ऊंचाइयों पर बलिदान दिया है. भारतीय सेना बलिदानी जवान के परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में मजबूती से खड़ी है.





आपको बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर भारत-पाक सीमा पर स्थित है जो दुनिया की सबसे ऊंची युद्ध चोटी कही जाती है.  यहां तापमान शून्य से नीचे होता है जिस वजह से ड्यूटी आसान नहीं होती. जून 2022 में भारतीय सेना में अग्नि वीर की नियुक्ति शुरू की गई थी. इसके तहत सेना में केवल जवानों की तैनाती होगी अधिकारियों की नहीं.


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