First Batch Of Agniveers: भारत सरकार की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत कई राज्यों में युवा 'अग्निवीर' बनकर देश सेवा को तैयार हैं. सरकार की ओर से आज बताया गया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) से चुने गए 'अग्निवीरों' (Agniveer) का पहला बैच आज प्रशिक्षण के लिए भारतीय सेना में शामिल हो गया है. इसी साल 14 जून को शुरू की गई अग्निपथ योजना के तहत जम्मू-कश्मीर में ही शारीरिक परीक्षण, चिकित्सा परीक्षण, लिखित परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन आदि की प्रक्रिया पूरी होने पर लगभग 200 उम्मीदवारों का चयन किया गया.
अग्निवीर बनाने के लिए उन्हें 24 दिसंबर, 2022 को सेना भर्ती कार्यालय, श्रीनगर से भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंटों के लगभग 30 प्रशिक्षण केंद्रों में भेजा गया था. बहरहाल, चुने हुए उम्मीदवार 25 से 30 दिसंबर 2022 के बीच प्रशिक्षण के लिए रिपोर्ट करेंगे, और उनका प्रशिक्षण 1 जनवरी 2023 से शुरू होगा. सरकार की एक प्रेस रिलीज में कहा गया, "14 जून को शुरू की गई अग्निपथ योजना, सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए एक जरूरी स्कीम है.'
'स्वैच्छिक है अग्निपथ योजना'
सरकार ने कहा- यह एक स्वैच्छिक विकल्प है. जिन युवाओं को इससे कोई समस्या है, वे इसमें नहीं जुड़ सकते. नियमों के अनुसार, साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवा इसके लिए आवेदन करने के पात्र हैं और उन्हें चार साल के कार्यकाल के लिए शामिल किया जाएगा. यह योजना उनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा प्रदान करने की अनुमति देती है. इस योजना के पटल पर आने के साथ ही इसके खिलाफ कई राज्यों में भारी विरोध हुआ था.
आयु सीमा बढ़ाकर बाद में 23 वर्ष की गई
इस वर्ष सरकार ने भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया. सरकार ने कहा कि अग्निपथ योजना को राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा को और अधिक "मजबूत, "अभेद्य" और "बदलती सैन्य आवश्यकताओं के अनुरूप" बनाने के लिए शुरू किया गया है.
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