Agnipath Scheme: वायुसेना में अग्निवीरों को मिलेंगी ये 10 बड़ी सुविधाएं, चार साल से पहले नहीं छोड़ सकते नौकरी
Agniveer Benefits: वायुसेना में अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप अलाउंस, यूनिफॉर्म अलाउंस और मेडिकल सुविधा भी मिलेगी. इसके अलावा ट्रैवल अलाउंस भी मिलेगा.
Agnipath Scheme Benefits: सेना की भर्ती प्रक्रिया को लेकर देशभर में चल रहे विरोध और उग्र-प्रदर्शन के बीच भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) की डिटेल जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है. इस जानकारी के मुताबिक, कोई भी अग्निवीर (Agniveer) अपनी मर्जी से चार साल के भीतर अपनी सेवाएं नहीं छोड़ सकेगा. उसे चार साल का कार्यकाल पूरा करना होगा. इसके अलावा ड्यूटी पर वीरगति को प्राप्त होने पर उसके परिवार को करीब एक करोड़ की सहायता राशि दी जाएगी.
चार साल के रिटायरमेंट के बाद सेवा निधि पैकेज के तौर पर करीब 10.04 लाख मिलेंगे. सेवा निधि पैकेज में हरेक अग्निवीर को अपनी मासिक 30 हजार सैलरी का 30 फीसदी जमा करना है और इतनी ही राशि हर महीने सरकार जमा करेगी.
वायुसेना में अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधाएं कुछ इस प्रकार हैं-
- सैलरी के साथ हार्डशिप अलाउंस, यूनीफॉर्म अलाउंस, सीएसडी कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी प्राप्त कर सकेंगे जैसा कि एक रेगुलर सैनिक को मिलती है. ट्रैवल अलाउंस भी मिलेगा.
- साल में 30 दिन छुट्टी मिलेगी. मेडिकल लीव अलग हैं.
- सभी अग्निवीरों को 48 लाख का इंश्योरेंस कवर मिलेगा.
- सर्विस (चार साल) के दौरान अगर एक्टिव ड्यूटी में कोई अग्निवीर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देता है तो उसके परिवार को इन्श्योरेंस कवर के 48 लाख के साथ साथ सरकार की तरफ से एक्स-ग्रेशिया 44 लाख की सहायता राशि भी मिलेगी. इसके अलावा सेवा निधि पैकेज के तौर पर करीब 11 लाख और बची हुई नौकरी की पूरू सैलरी भी परिवार को मिलेगी. कुल मिलाकर करीब 1 करोड़ परिवार को मिलेंगे.
- दुश्मन के खिलाफ असाधारण शौर्य और पराक्रम के लिए वैसे ही वीरता मेडल मिलेंगे जैसे अभी सैनिकों को मिलते हैं.
- ड्यूटी के दौरान विकलांग (100 फीसदी विकलांग) होने पर एक्स-ग्रेशिया 44 लाख रुपये मिलेंगे. साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी और सेवा निधि पैकेज भी प्राप्त होगा.
- चार साल की सेवाओं के दौरान अग्निवीर स्वेच्छा (अपनी मर्जी) से वायुसेना नहीं छोड़ सकते हैं. चार साल की सेवाएं पूरी करने के बाद ही वायुसेना छोड़ पाएंगे. सिर्फ असाधारण परिस्थितियों में ही बीच में अपनी सेवाएं छोड़ सकते हैं. चार साल के रिटायरमेंट के बाद सेवा निधि पैकेज के तौर पर करीब 10.04 लाख मिलेंगे. सेवा निधि पैकेज में हरेक अग्निवीर को अपनी मासिक 30 हजार सैलरी का 30 प्रतिशत जमा करना है और इतनी ही राशि हर महीने सरकार जमा करेगी. रिटायरमेंट पर पेंशन और ग्रेच्युटी नहीं मिलेगी.
- अगर कोई अग्निवीर किसी असाधारण परिस्थिति में चार साल से पहले सेना से बाहर हो जाता है तो उसको सेवा निधि पैकेज का वही हिस्सा मिलेगा जो उसने योगदान किया है. सरकारी योगदान नहीं मिलेगा.
- अग्निवीरों की यूनिफॉर्म पर एक अलग इंसिगनिया यानि बिल्ला होगा जो उन्हें दूसरे रैगुलर सैनिकों से अलग करेगा.
- 8 वर्ष से कम आयु वाले अभ्यार्थी अपने माता-पिता की आज्ञा से ही अग्निपथ स्कीम में आवेदन कर सकेंगे.
हालांकि, अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) सेना के तीनों अंग यानि थलसेना (Army), वायुसेना (Air Force) और नौसेना (Navy) के लिए है लेकिन हर सर्विस अपनी अपनी जरुरतों, अपेक्षाओं और सुविधाओं के अनुरुप अलग-अलग रुल्स और चार्टर तैयार करेंगी. यही वजह है कि वायुसेना ने अपना चार्टर पहले जारी कर दिया है. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ऐलान कर चुके हैं कि 24 जून से एयर फोर्स में अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी. माना जा रहा है कि सोमवार को थलसेना भी अपनी अग्निवीरों से जुड़े सर्विस रुल्स जारी कर सकती हैं.
ये भी पढ़ें: