Agnipath Scheme Registration: थलसेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन यानी पंजीकरण शुरू होने से एक दिन पहले भारतीय सेना ने किश्तवाड़ इलाके में युवाओं के लिए स्कीम और पंजीकरण से जुड़ा एक 'जागरुकता कैंप' आयोजित किया. खास बात ये है कि इस कैंप में स्थानीय युवतियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. क्योंकि भारतीय सेना में महिला-अग्निवीर भी शामिल हो सकती हैं.
अग्निपथ को लेकर युवाओं को दी जानकारी
जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर स्थित आरआर यानी राष्ट्रीय राइफल्स की लोकल यूनिट ने गुरुवार 30 जून को किश्तवाड़ के छतरू में इस अवेयरनेस कैंप का आयोजन किया. सेना के अधिकारियों ने इस कैंप के जरिए युवाओं को बताया कि शुक्रवार से शुरू हो रही अग्निपथ योजना के तहत किस तरह ऑनलाइन पंजीकरण किया जा सकता है. साथ ही सेना में अग्निवीर बनकर देश की सेवा और सुरक्षा करने का आह्वान भी किया.
1 जुलाई यानी शुक्रवार से थलसेना और नौसेना में अग्निवीर बनने के लिए देश के युवाओं के लिए अग्निपथ योजना के तहत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. वायुसेना में अग्निवीर बनने के लिए 24 जून से ही रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है जो 5 जुलाई तक खुला रहेगा.
कब तक पूरी होगी ट्रेनिंग?
1 जुलाई को ही थलसेना के अलग-अलग रिक्रूटमेंट ऑफिस अग्निवीरों के लिए होने वाली रिक्रूटमेंट रैलियों की तारीख का भी ऐलान करेंगे. अगस्त के महीने से देश के अलग-अलग हिस्सों में ये भर्ती रैलियां आयोजत की जाएंगी. दिसंबर के महीने तक थलसेना के अग्निवीरों का पहला बैच ट्रेनिंग के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा और अगले साल 23 जुलाई 2023 तक ये बैच ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अपनी-अपनी यूनिट में रिपोर्ट करना शुरू कर सकेंगे.
नौसेना का दावा है कि 21 नवंबर तक अग्निवीरों का पहला बैच ट्रेनिंग के लिए ओडिशा स्थित आईएनएस चिल्का नेवल बेस पर रिपोर्ट करेगा. थलसेना और नौसेना दोनों में ही महिलाओं को अग्निवीर बनने का सुनहरा अवसर दिया जा रहा है. थलसेना में महिला-अग्निवीर कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस (सीएमपी) का हिस्सा बन सकेंगे. नौसेना में महिला-अग्निवीर युद्धपोत तक में तैनात की जाएंगी.
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