Secunderabad Violence: 'तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय में रची गई थी साजिश' सिकंदराबाद में हुई हिंसा को लेकर BJP नेता का बड़ा आरोप
Secunderabad Violence: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा और तोड़फोड़ को लेकर बीजेपी ने टीआरएस पर बड़ा आरोप लगाया है
Agnipath Scheme Secunderabad Violence: तेलंगाना बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष बंदी संजय कुमार (Bandi Sanjay Kumar) ने शनिवार को आरोप लगाया कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन (Secunderabad Railway Station Violence) पर शुक्रवार को हुई हिंसा और तोड़फोड़, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए की गई. करीमनगर से सांसद संजय कुमार ने कहा कि ये तेलंगाना (Telangana) के मुख्यमंत्री कार्यालय में रची गई गहरी साजिश का हिस्सा है.
तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष संजय कुमार दो और तीन जुलाई को हैदराबाद में होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियों के तहत तत्कालीन संयुक्त करीमनगर जिले के शक्ति केंद्रों के प्रभारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने टीआरएस पर ये सनसनीखेज आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हमला पूर्व नियोजित था.
तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष ने राज्य सरकार से पूछे सवाल
संजय कुमार ने कहा कि वास्तव में, अग्निपथ योजना के बारे में गलत धारणा रखने वाले सेना की नौकरी के इच्छुक लोग अपना विरोध दर्ज कराने के लिए रेलवे स्टेशन पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया और बड़े पैमाने पर विनाश किया. उन्होंने रेलवे स्टेशन के परिसर की दीवार को तोड़ दिया और परिसर में पेट्रोल की बोतलें और पत्थर ले गए. उन्होंने राज्य सरकार से पूछा कि ये कैसे संभव हुआ? बीजेपी नेता ने कहा कि राज्य पुलिस बलों द्वारा गोलीबारी की गई, जिससे वारंगल निवासी सेना की नौकरी के इच्छुक राकेश की मौत हो गई. फिर भी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में, खुफिया जानकारी को काफी पहले ही दे दिया गया था, लेकिन बर्बरता राज्य सरकार की पूर्ण जानकारी और समर्थन के साथ हुई.
ये सत्तारूढ़ दल की साजिश
उन्होंने कहा कि जिस तरह से टीआरएस नेताओं ने वारंगल में राकेश के अंतिम संस्कार के जुलूस के दौरान वारंगल में केंद्र सरकार के कार्यालयों पर हमले किए, वह स्पष्ट रूप से सत्तारूढ़ दल की साजिश को दर्शाता है. भाजपा सांसद ने ये भी आरोप लगाया कि बिहार और उत्तर प्रदेश सहित देश में हो रहे दंगों की सभी चालों के पीछे एक रणनीतिकार हो सकता है और उन्होंने उम्मीदवारों से अनुरोध किया कि वे उन्हें गुमराह करने के लिए फैलाए जा रहे झूठे प्रचार में न पड़ें.
अग्निपथ युवाओं के लिए एक अच्छी योजना
संजय ने कहा कि अग्निपथ युवाओं को सेना में भर्ती करने की एक अच्छी योजना है. हर कोई जो आवेदन करेगा, उसे अग्निवीर के रूप में चुना जाएगा और उसे छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. वे चार साल तक काम करेंगे और न्यूनतम मासिक वेतन के रूप में 30,000 रुपये मिलेंगे. जिसमें से 75% उन्हें दिया जाएगा और बाकी को एक कॉर्पस फंड में जमा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चार साल के अंत में 25% अग्निवीरों को सेना के लिए काम करने के लिए भर्ती किया जाएगा, जबकि अन्य को 11 लाख रुपये मिलेंगे. इसके अलावा सेना भर्ती में 10% आरक्षण होगा. सेवा के दौरान विकलांग होने पर केंद्र मुआवजा भी देगा. विरोध करने वाले उम्मीदवारों से बीजेपी नेता ने कहा कि योजना के बारे में वो गलत धारणाओं को दूर करें और हिंसा का सहारा लेना कोई विकल्प नहीं है.
योजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन
बता दें कि, सशस्त्र बलों में नई भर्ती योजना 'अग्निपथ' (Agnipath Scheme) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कुछ जगहों पर प्रदर्शन हिंसक (Violence) हो गए और ट्रेनों में आग लगा दी गई. बीते शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन (Secunderabad Railway Station Violence) में भी तोड़फोड़ की और ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था. इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
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