Agnipath Yojana: थलसेना (Army) ने भी अपनी वेबसाइट पर अग्निवीरों (Agniveer) से जुड़े नियम और शर्त जारी कर दिए है. इन नियमों के मुताबिक, थलसेना में अग्निवीरों की भर्ती 'ऑल इंडिया ऑल क्लास' (All India All Class) के आधार पर होगी. यानि कोई भी अग्निवीर किसी भी रेजीमेंट और यूनिट में तैनात किया जा सकता है. अभी तक सेना की इंफेंट्री रेजीमेंट में सैनिकों की भर्ती जाति, धर्म और क्षेत्र के आधार पर होती आई थी.


ज्वाइन इंडियन आर्मी वेबसाइट पर अग्निपथ (Agnipath) से जुड़े टर्म एंड कंडीशन अपलोड कर दिए गए हैं. इसके तहत ही ऑल इंडिया ऑल क्लास‌ आधार पर सेना में अग्निवीरों की भर्ती होगी. दरअसल, सेना में इंफेंट्री रेजीमेंट अंग्रेजों (ब्रिटिश‌ राज) के समय  बनी थीं. इनमें सिख रेजीमेंट, जाट रेजीमेंट रेजीमेंट, राजपूत रेजीमेंट, गोरखा, डोगरा, कुमाऊं, गढ़वाल, बिहार, नागा, राजपूताना-राईफल्स (राजरिफ), जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री (जैकलाई), जम्मू-कश्मीर राईफल्स (जैकरिफ) इत्यादि. ये सभी रेजीमेंट जाति, वर्ग, धर्म और क्षेत्र के आधार पर तैयार की जाती हैं.


देश का नौजवान किसी भी रेजीमेंट  के लिए आवेदन कर सकेगा


आजादी के बाद मात्र एक ऐसी, 'द गार्ड्स' रेजीमेंट ऐसी है जो ऑल इंडिया ऑल क्लास के आधार पर खड़ी की गई थी. लेकिन अब अग्निवीर योजना में सेना की सभी रेजीमेंट ऑल इंडिया ऑल क्लास पर आधारित होंगी. यानि देश का कोई भी नौजवान किसी भी रेजीमेंट  के लिए आवेदन कर सकेगा. आजादी के बाद से रक्षा क्षेत्र में ये एक बड़ा डिफेंस रिफोर्म माना जा रहा है.


थलसेना के नियम और शर्तों के मुताबिक, सभी अग्निवीर ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट 1923 से बंधें होंगे. इसके तहत कोई भी अग्निवीर किसी भी तरह की क्लासीफाइड जानकारी का खुलासा किसी अवांछित शख्स को नहीं कर सकेगा. इसके अलावा बाकी सभी सुविधाएं और नियम ठीक वैसे ही हैं जैसे वायुसेना की जिसे सबसे पहले जारी किया गया था.


थलसेना में अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधाए कुछ इस प्रकार है:


1. सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफॉर्म एलाउंस, सीएसडी कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी प्राप्त कर सकेंगे जैसा कि एक रेगुलर सैनिक को मिलती है. ट्रैवल एलाउंस भी मिलेगा.


2. साल में 30 दिन छुट्टी मिलेगी. मेडिकल लीव अलग हैं.


3. सभी अग्निवीरों को 48 लाख का इंश्योरेंस कवर मिलेगा.


4. सर्विस (चार साल) के दौरान अगर एक्टिव ड्यूटी में कोई अग्निवीर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देता है तो उसके परिवार को इन्श्योरेंस कवर के 48 लाख के साथ साथ सरकार की तरफ से एक्स-ग्रेशिया 44 लाख की सहायता राशि भी मिलेगी. इसके अलावा सेवा निधि
पैकेज के तौर पर करीब 11 लाख और बची हुई नौकरी की पूरी सैलरी भी परिवार को मिलेगी. कुल मिलाकर करीब 1 करोड़ परिवार को मिलेंगे.


5. दुश्मन के खिलाफ शौर्य और पराक्रम के लिए वैसे ही वीरता मेडल मिलेंगे जैसाकि अभी सैनिकों को मिलते हैं.


6. ड्यूटी के दौरान विकलांग (100 प्रतिशत विकलांग) होने पर एक्स-ग्रेशिया 44 लाख रुपये मिलेंगे. साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी और सेवा निधि पैकेज भी प्राप्त होगा.


7. चार साल की सेवाओं के दौरान अग्निवीर स्वेच्छा (अपनी मर्जी) से सेना नहीं छोड़ सकते हैं. 04 साल की सेवाएं पूरी करने के बाद ही वायुसेना छोड़ पाएंगे. सिर्फ असाधारण परिस्थितियों में ही बीच अपना सेवाएं छोड़ सकते हैं.  चार साल के रिटायरमेंट के बाद सेवा निधि पैकेज के तौर पर करीब 10.04 लाख मिलेंगे. सेवा निधि पैकेज में हरेक अग्निवीर को अपनी मासिक 30 हजार सैलरी का 30 प्रतिशत जमा करना है और इतनी ही राशि हर महीने सरकार जमा करेगी. रिटायरमेंट पर पेंशन और ग्रेजुएटी नहीं मिलेगी.


8. अगर कोई अग्निवीर किसी असाधारण परिस्थिति में चार साल से पहले सेना से बाहर हो जाता है तो उसको सेवा निधि पैकेज का वही हिस्सा मिलेगा जो उसने योगदान किया है. सरकारी योगदान नहीं मिलेगा.


9. अग्निवीरों की यूनिफॉर्म पर एक अलग इंसिगनिया यानि बिल्ला होगा जो उन्हें दूसरे रैगुलर सैनिकों से अलग करेगा.


10. 18 वर्ष से कम आयु वाले अभियार्थी अपने माता-पिता की आज्ञा से ही अग्निपथ स्कीम में आवेदन कर सकेंगे. 


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