ऐतिहासिक शहर आगरा को किसने और क्यों बसाया था,जानिए
आगरा की ऐतिहासिक इमारतें आज विश्व की धरोहर हैं, आगरा को सबसे पहले राजधानी बनाने वाले शासक का नाम सिंकदर लोधी था.
नई दिल्ली: आगरा मुगलों की पसंदीदा राजधानी रही है. लेकिन आगरा को बसाया था सिंकदर लोधी ने, जो इतिहास में लोधी वंश का सबसे काबिल शासक था. आगरा को बसाने के पीछे सिकंदर लोधी की सोच क्या थी,आईए जानते हैं----
आगरा को ताज महल, किला, फ़तेहपुर सीकरी जैसी भव्य इमारतों के लिए जाना जाता है. आगरा में स्थित ये तीनों ही इमारतें आज विश्व धरोहर में शुमार हैं. आगरा को बसाने के पीछे सिकंदर लोधी अपने साम्रज्य को विस्तार देना चाहता था. वह अपने वंश का दूसरा सम्राट था. पिता बहलोल लोधी के बाद वह दिल्ली के सिंहासन पर बैठा. सत्ता संभालते ही उसने सबसे पहले अफगान अमीरों पर नकेल कसी. उसने सबसे पहले जौनपुर को जीता. इसके बाद पूर्वी राजस्थान, बिहार, नागौर, चंदेरी, मंदरेल, धौलपुर समेत कई राज्यों को जीतकर उसने लोदी वंश का विस्तार किया.
उसकी एक इच्छा थी जिसे वह कभी पूरा नहीं कर सका और मर गया. उसकी इच्छा ग्वालियर के किले पर कब्जे की थी. जिसे बाद में उसके पुत्र इब्राहिम लोदी ने जीता. राजपूत राज्यों पर वह पूर्ण नियंत्रण करना चाहता था,लेकिन उसकी हर चाल का राजपूत मुंह तोड़ जवाब दे रहे थे.
इस समस्या से निपटने के लिए उसने 1504 ईस्वी में आगरा शहर की नींव रखी. आगरा में उसने बादलगढ़ किला का निर्माण कराया और इसके बाद उसने सबसे पहले आगरा को राजधानी बनाया. कृषि व्यवस्था को सुधारने उसने अहम भूमिका निभाई. उसके राज में अनाज को लाने ले जाने पर कोई टैक्स नहीं था. खाद्य वस्तुएं भी सस्ती थीं. भूमि को मापने के लिए उसने गज का चलन शुरू किया जो आज भी प्रचलित है. गज का पूरा नाम "गज-ए-सिकंदरी" था जो कि 30 इंच का होता है.
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