आगरा एक्सप्रेस-वे पर पहली बार उतरेंगे वायुसेना के परिवहन विमान AN-32
इस अभ्यास के मद्देनजर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के कुछ हिस्सों पर 20 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक यातायात बंद रहेगा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आगरा एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के विमान 24 अक्टूबर को उतरने और उड़ान भरने का अभ्यास करेंगे. वैसे तो यह अभ्यास पिछले वर्ष भी हो चुका है लेकिन इस बार परिवहन विमान (एएन 32) भी इस एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे और उड़ान भरेंगे. इस बार वायुसेना के कुल 20 विमान एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे और उड़ान भरेंगे.
इस अभ्यास के मद्देनजर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के कुछ हिस्सों पर 20 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक यातायात बंद रहेगा.
रक्षा मंत्रालय (सेंट्रल कमांड) की जनसंपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने कहा कि भारतीय वायुसेना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे उन्नाव जिले के निकट एयर स्ट्रिप पर उतरने और उड़ान भरने का अभ्यास करेगी. इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के 20 विमान हिस्सा लेंगे जिसमें लड़ाकू और परिवहन विमान शामिल होंगे. इनमें मिराज 2000, जगुआर, सुखोई 30 और एएन-32 परिवहन विमान शामिल होंगे. उतरने और उड़ान भरने का अभ्यास 24 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से होगा.
वैसे तो पिछले साल जब आगरा एक्सप्रेस-वे की शुरूआत हुर्इ थी तब भी इस पर विमानों ने उतरने और उड़ान भरने का अभ्यास किया था. हालांकि इस बार की खासियत यह है कि पहली बार यहां वायुसेना के परिवहन विमान इस एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे और उड़ान भरेंगे. पिछले साल इस एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के मौके पर आठ लड़ाकू जेट विमान इस पर उतरे थे और उड़ान भरी थी.
सिन्हा ने बताया कि पहली बार परिवहन विमान इस एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे और उड़ान भरेंगे. एएन 32 विमान ‘ह्यूमैनेटिरियन असिस्टेंट एंड डिजास्टर रिलीफ’ के लिए होते हैं. इसका मतलब यह है कि बाढ़ या किसी अन्य आपदा की स्थिति उत्पन्न होने पर ये विमान भारी मात्रा में राहत सामग्री लेकर यहां आ सकते हैं. इसके अलावा किसी आपदा के समय अधिक लोगों को यहां से कहीं और ले जाना है तो ये विमान उसमें मदद करते हैं.
युद्ध जैसी आपात स्थिति में सड़कों पर ही विमान उतारने और उड़ान भरने के लिए पायलटों को तैयार करने के लिए यह अभ्यास किया जा रहा है. 24 अक्तूबर को परिवहन विमान के अलावा लड़ाकू जेट भी उतरेंगे और उड़ान भरेंगे.
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अनुसार अरौल इण्टरचेन्ज से बिल्लौर-बांगरमऊ मार्ग मोड़ तक की दूरी छह किलोमीटर, बिल्लौर-बांगरमऊ मार्ग होते हुए बांगरमऊ तक की दूरी 23 किमी और बांगरमऊ से मियागंज-हसनगंज-मोहान होते हुए लखनऊ तक की दूरी 68 किलोमीटर है.