दुबई: अगस्ता वेस्टलैंड केस में CBI को बड़ी सफलता मिली है. इस मामले में मुख्य आरोपी और वॉन्टेड क्रिश्चियन मिशल को मंगलवार रात दुबई से भारत लाया गया है. वह दुबई की जेल में बंद था. दिल्ली लाए जाने के बाद अब क्रिश्चियन मिशेल को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा.


पिछले महीने ही दुबई की अदालत ने निचली अदालत का फैसला बरकरार रखते हुए ये माना था कि मिशेल का भारत प्रत्यर्पण किया जा सकता है. कोर्ट ने मिशेल के वकीलों की गुहार खारिज करते हुए ये आदेश दिया था. जिसके बाद अब उसे भारत लाया गया है. ये सारा ऑपरेशन एनएसए डोभाल की निगरानी में चलाया गया था जिसके बाद यूएई ने मिशेल को भारत को सौंप दिया. मिशेल 3600 करोड़ रुपए के हेलीकाप्टर सौदा मामले में भारतीय जांच एजेंसियों को तलाश थी.


यह प्रत्यर्पण प्रक्रिया इंटरपोल और सीआईडी के को-आर्डिनेशन में हो रही थी. यह घटनाक्रम ऐसे दिन हुआ है जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद से अबू धाबी में बातचीत की है. भारत ने मिशेल के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक रूप से 2017 में अनुरोध किया था. यह अनुरोध सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से की गई आपराधिक जांच पर आधारित था.


ईडी ने मिशेल के खिलाफ जून, 2016 में दाखिल अपने आरोप पत्र में कहा था कि मिशेल को अगस्ता वेस्टलैंड से 225 करोड़ रुपये मिले थे. आरोपपत्र के अनुसार वह राशि और कुछ नहीं बल्कि कंपनी की ओर से दी गयी ‘‘रिश्वत’’ थी.