Terror Attack in Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में स्वतंत्रता दिवस (Independence day) से पहले आतंकी हमले हो रहे हैं. सुरक्षाबलों और मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है ऐसे में पुलिस और सेना (Indian Army) काफी सचेत है.  इसी को देखते हुए जम्मू में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. एसएसपी (SSP) चंदन कोहली ने कहा कि जम्मू जिले के लिए कोई विशिष्ट इनपुट नहीं है मगर स्वतंत्रता दिवस की वजह से हमेशा कड़ी सुरक्षा रखते हैं. हमारा मुख्य काम एम. ए स्टेडियम है और वहां हमने विस्तृत सुरक्षा योजना बनाई है. इसके अलावा हम हर जगह चेकिंग भी कर रहे हैं.


बता दें कि घाटी में टारगेट किलिंग की जा रही है. सेना पर भी आतंकवादी हमले कर रहे हैं. शनिवार को ही आतंकियों ने अली जान रोड पर सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंक हमला किया था. इससे एक दिन पहले यानी शुक्रवार को बांदीपोरा में आतंकियों ने बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. जिस पर कि सीएम नीतीश कुमार ने भी दुख जताया था.  राजौरी में सेना के कैंप पर आतंकियों ने भी हमला कर दिया था. जिसमें कि दो जवान शहीद हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में आर्मी ने 2 दहशतगर्दों को ढेर कर दिया था. शनिवार को ही उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ( LG Manoj Sinha ने लोगों को भरोसा दिलाया कि आतंकियों को जल्दी ही खत्म कर दिया जाएगा. एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, 'सरकार एक साल में घाटी में आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोंक देगी.'  


जम्मू-कश्मीर में पहले भी मजदूरों और सेना कैंप पर हुआ हमला


घाटी में गैर कश्मीरियों पहले भी हो चुका है.  इसी साल जून में बडगाम में राजस्थान के बैंक मैनेजर विजय कुमार की आतंकियों ने हत्या कर दी थी. कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट और शिक्षिका रजनी बाला को भी मार दिया था.  उरी में  2016 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया. इस हमले में कई जवान घायल और 19 सेना शहीद हो गए इसका बदला भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए लिया था.


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