(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले देश के सभी जिलों में 8 जनवरी को वैक्सीन का दोबारा होगा ड्राई रन
यह ड्राई रन ऐसे वक्त पर किया जाएगा जब DCGI की तरफ से देश में 2 कोरोना वैक्सीन भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' और ऑक्सफोर्ड की 'कोविशील्ड' के इस्तेमाल को आपात मंजूरी दी गई है. वैक्सीनेशन देश में अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा.
देश के सभी जिलों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन 8 जनवरी को होगा. यह दूसरी बार है जब देश में वैक्सीन का ड्राई रन देशभर में किया जाएगा. इससे पहले, 2 जनवरी का वैक्सीन का ड्राई रन किया गया था. इसके पहले चार राज्यों के 2 जिलों में वैक्सीन का दो दिनों का ड्राई रन किया गया था. इसके बाद हर राज्य की राजधानी में ड्राई रन किया गया था. इस बार 700 से ज्यादा जिलों में एक दिन में ड्राई रन वैक्सीन के आने से पहले किया जाएगा.
यह ड्राई रन ऐसे वक्त पर किया जाएगा जब 3 जनवरी को DCGI की तरफ से देश में दो कोरोना वैक्सीन भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' और ऑक्सफोर्ड की 'कोविशील्ड' के इस्तेमाल को आपात मंजूरी दी गई है. इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि दस दिनों के अंदर देशभर में वैक्सीनेशन शुरू कर दिया जाएगा. देशभर में कोविड-19 वैक्सीनेशन से पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन कल (7 जनवरी) को सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों से मुलाकात करेंगे.
Ahead of vaccine roll out, second dry run to take place on January 8 in all districts of the country.
— ANI (@ANI) January 6, 2021
इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि वैक्सीन की मंजूरी मिलने के 10 दिन बाद वैक्सीन रोल आउट हो सकती है. इसमें कहा गया कि देश के अलग-अलग राज्यों में किया गया वैक्सीन का ड्राई सफल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वैक्सनेशन को डिजिटल तरीके से मॉनिटर किया जाता. इस प्रक्रिया में बल्क डिपो पर वैक्सीन भंडारण के दौरान तापमान की भी मॉनिटरिंग करते हैं. लेकिन कोविड टीकाकरण के मद्देनजर कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं जो सरकार को सतत और व्यापक निगरानी की क्षमता देती है.
डिजिटल माध्यम से ही वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज के लिए तारीख दी जाएगी. डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत यूनिक हेल्थ आईडी भी बनाया जा सकेगा. जो व्यक्ति इस डिजिटल प्लेटफार्म को चलाएंगे उनके लिए 24×7 हेल्पलाइन की सुविधा होगी. आईसीएमआर के डीजी बलराम भाग्व ने कहा कि क्लीनिकल ट्रायल पर नियमावली CTR 2019 यह प्रावधान देता है कि किसी भी वैक्सीन वैक्सीन के फेज 2 के ट्रायल के सुरक्षित डेटा के आधार पर फेज 3 का डेटा आने से पहले आपात इस्तेमाल की इजाजत दी जा सकती है.
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