हैदराबाद: देश में अब कृत्रिम तरीके से मटन और चिकन का उत्पादन किया जाएगा. ये बोनलेस मटन और चिकन बिल्कुल वास्तविक मटन और चिकन के ही सामान होगा और इसका स्वाद, रंग और रूप बिल्कुल ओरिजनल सा होगा. इस बोनलेस मीट को 'अहिंसा मीट' के नाम से जाना जाएगा'. इस मीट के निर्माण के लिए तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में देश के पहले सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मोलीक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) और नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन मीट (एनआरसीएम) के सहयोग से प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया है.


इस प्रोजेक्ट में भारत सरकार ने काफी दिलतस्पी दिखाई है और बायोटेक्नोलॉजी विभाग की तरफ से इस प्रोजेक्ट को 4.5 करोड़ रुपए की मदद दी गई है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां कृत्रिम तरीके से मटन और चिकन बनाया जाएगा. यह प्रयोग अगर सफल रहता है तो देश में मीट के लिए पशुओं की जरूरत नहीं होगी. सरकार के इस कदम से पशुओं की रक्षा भी होगी और कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी.


बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सीसीएमबी को अगले पांच साल में कृत्रिम तरीके से अहिंसा मीट का उत्पादन करने का आग्रह किया था. यहां यह जानना जरूरी है कि भारत उन चुनिंदा देशों में है जहां सरकार की तरफ से इस तरह के प्रोजेक्ट को फंड किया जा रहा है.
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