नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल का 71 वर्ष की उम्र में निधन हो चुका है. अहमद पटेल एक महीने पहले कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज किया जा रहा था, जहां उन्होंने आज सुबह 3.30 बजे आखिरी सांस ली. अहमद पटेल कांग्रेस परिवार के काफी करीबी माने जाते थे. वहीं राजनीति में उनकी पहचान साल 1977 से बननी शुरू हुई, जब कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था लेकिन अहमद पटेल ने पहली बार जीत दर्ज की थी.
साल 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी का ऐलान किया था. इमरजेंसी के कारण देश की जनता का कांग्रेस और इंदिरा गांधी के प्रति काफी आक्रोश देखने को मिला था. जिसका नुकसान कांग्रेस पार्टी को 1977 के लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ा था. 1977 के लोकसभा चुनाव में आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस को हार का सामना कर सत्ता से बाहर होना पड़ा था.
साल 1977 के चुनाव में देश में कांग्रेस के बाद पहली बार जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी. इस चुनाव में जनता पार्टी को जहां 298 सीटों पर जीत मिली थी तो वहीं कांग्रेस को 153 सीटों पर जीत नसीब हुई. वहीं 1997 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने अपना दबदबा कायम किया और 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने. 1977 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अहमद पटेल को भरूच से चुनावी मैदान में उतारा था. इस चुनाव में देश की सत्ता से कांग्रेस जहां बेदखल हो गई तो वहीं अहमद पटेल ने अपना सिक्का जमाते हुए पहले ही चुनाव में जीत हासिल की. इस चुनावी मुकाबले में अहमद पटेल करीब 62 हजार वोटों से जीते थे.
तीन बार लोकसभा चुनाव जीता
बता दें कि 21 अगस्त 1949 को अहमद पटेल का जन्म गुजरात में हुआ था. अहमद पटेल तीन बार लोकसभा के चुनाव में जीत हासिल कर चुके थे. इसके अलावा 5 बार राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं. अहमद पटेल 1977 में 28 साल की उम्र में पहली बार भरूच से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. वहीं साल 2018 के अगस्त के महीने में उन्हें कांग्रेस में कोषाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था.
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