अहमदाबाद में नकली विदेशी मुद्रा रैकेट का पर्दाफाश, चार आरोपी गिरफ्तार
अहमदाबाद पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप ने वजलपुर में नकली विदेशी मुद्रा के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया. जांच में हाई-टेक प्रिंटिंग सेटअप और नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर बनाने के सामान जब्त हुए.
Ahmedabad Crime: गुरुवार (28 नवंबर) को अहमदाबाद पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने वजलपुर इलाके में नकली विदेशी मुद्रा के रैकेट का भंडाफोड़ किया. मामले की शुरुआत 24 वर्षीय मजदूर रोनक राठौड़ की गिरफ्तारी से हुई जो 119 नकली ऑस्ट्रेलियाई $50 नोट बदलने की कोशिश कर रहा था. पूछताछ में रोनक ने कुश पटेल का नाम उजागर किया जिसे गिरफ्तार करने के बाद पुलिस असली मास्टरमाइंड मौलिक पटेल तक पहुंची.
पुलिस जांच में पता चला कि 36 वर्षीय मौलिक पटेल ने 20 साल के छात्र ध्रुव देसाई के साथ मिलकर वटवा में एक हाई-टेक प्रिंटिंग सुविधा पर नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर छापे. छापेमारी में 32 नकली नोट, 18 आंशिक रूप से छपी चादरें और ₹9 लाख का प्रिंटिंग मशीन बरामद हुआ. इसके अलावा एक डेस्कटॉप, एक लैपटॉप और विशेष प्लास्टिक शीट भी जब्त की गईं जिनका उपयोग नकली मुद्रा छापने में किया जाता था.
कुल 11.92 लाख रुपये का सामान जब्त
पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े 11.92 लाख रुपये के सामान जब्त किए जिनमें सात मोबाइल फोन जिसकी कीमत 2.10 लाख रुपये, 16,500 की भारतीय मुद्रा और असली नोट शामिल हैं. माना जा रहा है कि असली नोटों का इस्तेमाल नकली नोट बनाने के टेंपलेट के रूप में किया गया था.
नकली 500 नोटों के साथ सोने की ठगी का मामला आया सामने
SOG ने इससे पहले नवरंगपुरा क्षेत्र में 1.6 करोड़ रुपये की ठगी के मामले का भी पर्दाफाश किया था. इस मामले में नकली 500 के नोटों पर महात्मा गांधी की जगह बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर की तस्वीर छपी थी. ठगी में 2,100 ग्राम सोने के बदले ये नकली नोट दिए गए थे.
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
SOG ने अपनी जांच में इस रैकेट के काम करने के तरीके को उजागर किया और कहा कि ये गिरोह न केवल विदेशी मुद्रा बल्कि बाकी नकली नोटों के निर्माण में भी एक्टिव था. पुलिस अब रैकेट के अन्य सदस्यों और इसके नेटवर्क की जांच में जुटी है.
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