पटना: बिहार के गया जिले से पुलिस ने अहमदाबाद में साल 2008 के आतंकी विस्फोट के मुख्य आरोपी तौसीफ खां उर्फ अतीक सहित तीन संदिग्धों को बुधवार रात धर दबोचा. एडीजीपी (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल ने गुरुवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर 2008 के अहमदाबाद विस्फोट के मुख्य आरोपी तौसीफ खां उर्फ अतीक और सना खां को पुलिस ने पकड़ा. पुलिस ने तौसीफ बुधवार की रात को गया के सिविल लाईन थाना क्षेत्र के साईबर कैफे से गिरफ्तार किया. बाद में उसके सहयोगी को भी गिरफ्तार किया.
संजीव कुमार ने बताया कि गुजरात का रहने वाला तौसीफ, अहमदाबाद में आतंकी विस्फोट के बाद से छद्म नाम से गया जिले के डोभी थानांतर्गत करमौनी गांव में शिक्षक के रूप से रह रहा था. उन्होंने बताया कि करमौनी गांव में तौसीफ को स्कूल में नौकरी दिलाने में सना खां ने मदद की थी. उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान इनके एक संपर्क सूत्र सरवर खां के बारे में पुलिस को पता चला जिसे गिरफ्तार कर लिया गया. सरवर गया जिले के बोधगया थाना अंतर्गत सहदेब खाप गांव निवासी है.
सिंघल ने बताया कि तीनों गिरफ्तार लोगों से एनआईए, रॉ, एटीएस, स्पेशल ब्रांच और एसटीएफ की तरफ से पूछताछ जारी है. उन्होंने बताया कि गुजरात एटीएस को तौसीफ की गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है. उनके गया पहुंचने पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई के लिए उनके हवाले कर दिया जाएगा. सिंघल ने बताया कि तौसीफ के पास एक पेन ड्राईव मिली है.
सिंघल ने बताया कि तौसीफ साईबर कैफे में जिस कंप्यूटर पर सर्फिंग कर रहे थे. उस कम्प्यूटर के साथ उनके मोबाईल फोन की जांच कर ली गई है. उन्होंने बताया कि साईबर कैफे के जिस कंप्यूटर पर वे सर्फिंग कर रहे थे, उससे आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंधित विचारधारा जुड़े संदेश भेजे थे. इसके साथ ही दूसरे धर्मों की विचारधारा पर भी कुछ टिप्पणी की थी.
गया से मिली जानकारी के अनुसार गया के सिविल लाइंस थाना अंतर्गत राजेन्द्र आश्रम मुहाला में स्थित एक साइबर कैफे में दो संदिग्धों के आपत्तिजनक पोस्ट करते देखा. जिसके बाद उसके मालिक ने इसकी सूचना सिविल लाईन थाने को दी थी.