विधायकों के सामने रो पड़ीं शशिकला, पन्नीरसेल्वम ने कहा- 'घड़ियाली आंसू'
चेन्नई: तमिलनाडु की राजनीति में उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. पन्नीरसेल्वम और शशिकला के बीच सियासी लड़ाई में अब गेंद राज्यपाल के पाले में हैं. आज रिसॉर्ट में अपनी पार्टी के विधायकों से बात करते हुए भावुक हो गईं.
जब शशिकला के आंसू निकले शशिकला ने सीएम की कुर्सी के लिए आज आंसू बहा दिए. एक रिजॉर्ट में समर्थक विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला के आंसू निकल पड़े. शशिकला के रोने की तस्वीर पनीरसेल्वम ने भी देखी है लेकिन घड़ियाली आंसू करार दिया. जयललिता के बाद वारिस का फैसला फंसा हुआ है. पनीरसेल्वम मजबूती से लड़ रहे हैं और शशिकला राज्यपाल के बुलाने का इंतजार कर रही हैं. शशिकला ने क्या कहा? शशिकला ने कहा, ''पार्टी की महासचिव बनाए जाने के बाद अम्मा की समाधि पर गई. लेकिन वहां से बाहर नहीं आ सकी. किसी चुंबकीय शक्ति ने मुझे जाने नहीं देना चाहती थी. उस दिन मैंने शपथ ली मैं अपनी आखिरी सांस तक उनकी विरासत को संभालूंगी.'' शशिकला ने कहा, ''हम सभी को जीत के लिए शपथ लेनी चाहिए, इसके बाद हम सब अम्मा की समाधि पर जाएंगे और अपनी जीत को उन्हें समर्पित करेंगे. अगर आप सब मेरे पीछे मजबूती से खड़े रहेंगे तो मैं पा सकती हूं. शशिकला ने पन्नीरसेल्वम पर हमला बोलते हुए कहा, ''पन्नीरसेल्वम जो लंबे समय तक मंत्री थे आज सब बर्बाद करना चाहते हैं.''शशिकला ने खेला महिला कार्ड
पन्नीरसेल्वम को जहां जनता और पार्टी का समर्थन मिलता दिख रहा है तो वहीं शशिकला ने अब नया दांव खेला हैचलते हुए महिला कार्ड खेला है. शशिकला ने कहा, ''महिला हूं इसलिए दिक्कत हो रही है. जयललिता के वक्त भी ऐसा होता था.''
शशिकला ने आज गोल्डेन बे रिसॉर्ट में जाकर अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात की.. इससे पहले शशिकला ने संकेत दिए थे कि अगर राज्यपाल ने उनकी बात का जवाब नहीं दिया तो वो धरने पर बैठ सकती हैं.
पन्नीरसेल्वम का पड़ला भारी
मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम का पलड़ा भारी दिख रहा है. कल देर रात तक सात विधायक और 10 सांसद भी अब उनके खेमे में आ गए हैं. पन्नीरसेल्वम के समर्थन में आठ लोकसभा और दो राज्य सभा सांसद हैं.
कौन बनेगा जयललिता का उत्तराधिकारी ?
शशिकला के खेमे से पनीरसेल्वम के कुनबे में और नेता आ गए हैं. जिस तरह से ओ पनीरसेल्वम का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है, उसने शशिकला की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं.
इसका नतीजा था कि शशिकला अपने विधायकों से मिलने महाबलिपुरम के पास गोल्डन बे बीच रिजॉर्ट पुहुंची. ये वही रिजॉर्ट है जहां एआईएडीएमके के करीब 94 विधायकों को एक तरह से बंद करके रखा गया है, ताकि हॉर्स ट्रेडिंग ना हो. बाहरी दुनिया से फिलहाल इनका संपर्क काट कर रखा गया है.
पनीरसेल्वम खेमे की मजबूती और बढ़ी
विधायकों से मिलने के बाद शशिकला ने आरोप लगाया है कि जानबूझकर देरी की जा रही है जिससे पार्टी में फूट पड़ जाए. इधर पनीरसेल्वम का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार को भी पार्टी के कई बड़े नेता उनके खेमे में शामिल हो गए.
अब तक सात विधायक, तीन लोक सभा सांसद, एक राज्य सभा सांसद और बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पन्नीरसेल्वम का समर्थन किया है. माफोई पंडियाराजन, जो कि शुक्रवार तक शशिकला के खेमे में थे, पनीरसेल्वम को अवसरवादी बता रहे थे, वो भी अब पनीरसेल्वम खेमे में आ गए हैं.
शशिकला ने गवर्नर पर जानबूझकर देरी का आरोप लगाया
पनीरसेल्वम की बढ़ती ताकत ने शशिकला की नींद उड़ा दी है. शायद इसी वजह से उन्होंने राज्यपाल को चिट्ठी लिख कर सरकार बनाने का दावा किया है. साथ में धमकी भी दी है कि अगर राज्यपाल ने जवाब नहीं दिया तो वो धरने पर बैठ जाएंगी. लेकिन पनीरसेल्वम के समर्थन में खड़े नेताओं का कहना है कि दावा पनीरसेल्वम का ही मज़बूत है.
राज्य में क्या है सीटों की स्थिति
235 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत के लिए 118 विधायकों का समर्थन चाहिए. फिलहाल एआईएडीएमके के पास 135 और डीएमके के पास 89 सीटें हैं. पनीरसेल्वम खेमे का दावा है कि उनके पास 50 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, जबकि शशिकला ने करीब 94 विधायकों को एक रिजॉर्ट में बंद करके रखा है.
क्या है मामला
पिछले साल पांच दिसंबर को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का निधन हो गया था. पनीरसेल्वम जयललिता के सबसे वफादार सहयोगी माने जाते रहे हैं. जिसके बाद पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बना दिया गया था.
पनीरसेल्वम के पिता एमजी रामचंद्रन के लिए काम करते थे और जयललिता पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन की बेहद करीबी थी. पनीरसेल्वम थेवर समुदाय से आते हैं जिनका दक्षिणी तमिलनाडु में अच्छा प्रभाव माना जाता है.
कौन हैं शशिकला
शशिकला 25 साल पहले एक साधारण सा वीडियो पार्लर चलाती थीं. शशिकला की जयललिता के साथ 25 साल की गहरी दोस्ती थी. एमजीआर की मृत्यु के बाद जयललिता को मुश्किल दौर में शशिकला ने सहारा दिया था. शशिकला पर कई अदालतों में भ्रष्टाचार के केस चल रहें है. अब शशिकला पनीरसेल्वम को हटाकर खुद मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं. उनका कहना है कि अम्मा की वसीयत की असली हकदार वह हैं.