Tamil Nadu News: तमिलाडु अन्नाद्रमुक (AIADMK) पार्टी के भीतर मचा घमासान रुकने का नाम नहीं ले रहा है. पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं के बीच नेतृत्व को लेकर खींचतान जारी है. आज पार्टी की आम परिषद की बैठक का आयोजन किया गया. जहां दोनों गुटों की ओर से एक-दूसरे पर कई हमले किए गए. एडप्पादी के पलानीस्वामी (Edappadi Palaniswamy) के तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक (AIADMK) पार्टी का अंतरिम महासचिव बनने के बाद सोमवार को ओ पनीरसेल्वम (O Paneerselvam) पार्टी से सभी पदों से निलंबित करने का फैसला सुनाया. इनके अलावा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं और ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) समर्थकों जेसीडी प्रभाकर, आर वैथीलिंगम और पीएच मनोज पांडियन को भी अन्नाद्रमुक से निष्काशित कर दिया गया है.
वहीं पनीरसेल्वम ने पार्टी के अहम पदों से निकाले जाने के बाद पलटवार करते हुए कहा कि वह एडप्पादी के पलानीस्वामी को पार्टी से निकाल रहे हैं. जिसपर पलानीस्वामी ने कहा कि उन्हें पार्टी के 1.5 करोड़ कार्यकर्ताओं का समर्थन हासिल है और वे इस फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे.
EPS को चुना गया अंतरिम महासचिव
आपको बता दें कि आज AIADMK की आम परिषद की मीटिंग हुई, जिसमें ई पलानीस्वामी जिन्हें EPS के नाम से भी जाना जाता है को अंतरिम महासचिव चुना गया. आपको बता दें कि मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा ओपीएस की याचिका पर रोक लगाने की मांग को खारिज करने के बाद पार्टी बैठक का आयोजन किया गया था. इस दौराना दोनों गुटों के समर्थकों के बीच झड़प की खबरें भी सामने आई. बताया जा रहा है कि ओपीएस के समर्थकों ने पार्टी कार्यालय पर धावा बोलते हुए ईपीएस के खिलाफ नारेबाजी की.
ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) और एडप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस), के बीच कई महीनों से पार्टी के वर्किंग फॉर्मेट को लेकर विवाद जारी है. ओपीएस की ओर से मौजूदा संयुक्त नेतृत्व मॉडल को जारी रखने के लिए जोर दिया जा रहा है. लेकिन ईपीएस को पार्टी जनरल के रूप में एकल नेतृत्व तलाश हैं.
इसे भी पढ़ेंः-
Maharashtra Politics: महा विकास अघाड़ी के आगे साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर बोले शरद पवार, कही ये बात
श्रीलंका: कंगाल हुए देश पर आखिर मोदी सरकार ने क्यों लुटाई अरबों डॉलर की "दरियादिली"?