AIIMS: साइबर अटैक के बाद री-स्टोर हुआ एम्स का सर्वर, अस्पताल ने कहा- मैनुअली चल रही हैं सभी सेवाएं
एम्स प्रशासन ने एक बयान जारी कर बताया कि ई-अस्पताल का डेटा सर्वर पर फिर से ठीक से काम कर रहा है लेकिन हम सर्विसेस को बहाल करने से पहले अपने नेटवर्क को ठीक तरह से सैनिटाइज कर रहे हैं.
AIIMS: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने मंगलवार (29 नवंबर) को बताया कि उसके ई-अस्पताल ( के डेटा के सर्वर को फिर से री-स्टोर कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बाकी की ऑनलाइन सेवाओं को सही करने के लिए काम किया जा रहा है, जल्द ही ये व्यवस्था भी ठीक से काम करने लग जाएगी. साइबर अटैक की वजह से लगातार सातवें दिन भी एम्स की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं और अस्पताल में मैनुअल तरीके से काम किया गया.
एम्स प्रशासन ने एक बयान जारी कर बताया कि ई-अस्पताल का डेटा सर्वर पर फिर से ठीक से काम कर रहा है लेकिन हम सर्विसेस को बहाल करने से पहले अपने नेटवर्क को ठीक तरह से सैनिटाइज कर रहे हैं. साइबर सुरक्षा की वजह से हमें इस प्रक्रिया में कुछ समय लग रहा है. उन्होंने आगे कहा कि इस दौरान अस्पताल में आउट पेशेंट, इन-पेशेंट, लैब आदि सभी जगहों पर अस्पताल की सेवाएं मैनुअल मोड पर चलती रहेंगी.
The eHospital data has been restored on servers. Network being sanitized before services can be restored. The process is taking some time due to the volume of data and large number of servers/computers for the hospital services. Measures are being taken for cyber security: AIIMS pic.twitter.com/w8Rk8hwOa7
— ANI (@ANI) November 29, 2022
इससे पहले शनिवार को एम्स प्रशासन ने साइबर हमले के कारण अस्पताल में ऑनलाइन सेवाओं के प्रभावित होने से पैदा हुई स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल में अतिरिक्त स्टॉफ को ड्यूटी पर लगा दिया था.
क्या हुआ था?
23 नवंबर को देश के सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण अस्पताल एम्स में साइबर अटैक के जरिए वहां की ऑनलाइन सर्विसेस को ठप कर दिया गया था. एक अनुमान के मुताबिक इस साइबर हमले में करीब तीन-चार करोड़ मरीजों के डेटा से समझौता किया गया था.
क्या बोली दिल्ली पुलिस?
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एक बयान जारी कर कहा कि हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. वहीं इस अटैक के बारे में मांगी गई फिरौती के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि फिरौती मांगे जाने की घटना तथ्यहीन है. एम्स (AIIMS) प्रशासन से ऐसी कोई भी मांग नहीं की गई है.