मीडिया रिपोर्टेस के मुताबिक अस्पताल में काम करने वाले एक 50 साल के सफाई कर्मी को बिना बुखार आए ही डेंगू हो गया. उसे काफी थकान हुई तो उसको डॉक्टरों ने चेक किया. उसका बल्ड टेस्ट किया गया और उसमें पता चला कि उसके खून में शुगर अनियंत्रित मात्रा में पाई गई. इसके साथ ही चेकअप के दौरान डॉक्टर ने पाया कि मरीज की शरीर में WBC, RBC और प्लेटलेट्स की संख्या भी बहुत कम थी. इन सभी बातों के सामने आने के बाद उसका डेंगू टेस्ट किया गया और इस टेस्ट का रिजल्ट भी पॉजिटिव निकला.
एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि ऐसे मरीज जिनमें बिना बुखार के ही डेंगू पाया जाता है वह ज्यादतर बुजुर्ग होते हैं या फिर वह लोग होते हैं जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इस तरह की शिकायत डायबीटीज के मरीजों में भी मिलती है.
डेंगू क्या होता है
डेंगू एक वायरस से होने वाली बीमारी है जो एडीज नामक मच्छर की प्रजाति के काटने से होती है. इस मच्छर के काटने से मरीज के शरीर में तेज बुखार और सर दर्द होता है. डेंगू के मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होती है जिसके कारण जान का खतरा बन जाता है.
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होती है इसलिए गर्मी और बारिश के मौसम में यह बीमारी तेजी से पनपती है. डेंगू के मच्छर हमेशा साफ़ पानी में पनपते है जैसे छत पर लगी पानी की टंकी, घडो और बाल्टियों में जमा पीने का पानी, कूलर का पानी, गमलो में जमा पानी आदि. वही दूसरी ओर मलेरिया के मच्छर हमेशा गंदे पानी में पैदा होते है. डेंगू के मच्छर ज्यादातर दिन में काटते है.
डेंगू के लक्षण
- तेज ठंड लगना और बुखार आना
- कमर और सिर में तेज दर्द होना
- खांसी और गले में दर्द होना
- शरीर पर लाल दाने दिखाई देना
- उल्टी होना
कैसे करें डेंगू से बचाव
- पानी जमा न होने दें. कूलरों और बाल्टियों में पानी को एक या दो दिन में बदलते रहे.
- बुखार ज्यादा दिनों तक रहे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
- पूरे शरीर को ढकने वाला कपड़ा पहने और कीटनाशक को मारने वाली दवाई का छिड़काव करें
- कूड़े के डिब्बे में कूड़ा न इकट्ठा होने दें.
कैसे करें डेंगू का इलाज
डेंगू के मरीज को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ देना चाहिए जिससे उसके शरीर में पानी की कमी न हो. उसे पपीते के पत्ते को पानी में पीस कर देना चाहिए. मरीज को नारियल और जूस भी दिया जा सकता है.