नई दिल्ली: दिल्ली के एम्स अस्पताल में पहला पर्सनल सैनिटाइजर चेंबर लगा है. ये डिसइनफेक्टेंट चेंबर डीआरडीओ ने बनाया है और गाजियाबाद के M/s DH लिमिटेड गाजियाबाद ने इसे मैन्युफैक्चर किया है. वह भी सिर्फ 4 दिन के कम समय में. यह डिसइनफेक्टेंट चेंबर या पर्सनल सैनिटाइजर चेंबर व्हीकल रिसर्च डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट अमहमदनगर (VRDE) ने डिजाइन किया है.


स्पेशल सैनिटाइजर चेंबर में एक समय में एक आदमी पूरी तरह सैनीटाइज हो सकता है. सैनीटाइज करने में ये 25 सैकंड का समय लेगा. चेंबर में घुसते ही एक इलेक्ट्रिक पंप द्वारा डिसइनफेक्टेंट या सैनिटाइजर की फुवर शुरू हो जाती है. चेंबर में हाइपो सोडियम क्लोराइड का इस्तेमाल सैनिटाइजेशन के लिए किया जाता है. इस दौरान चेंबर के अंदर मौजूद व्यक्ति को अपनी आंखे बंद रखनी होती है.


चेंबर की छत के ऊपर 700 लीटर की एक टैंक है. जिससे 650 लोगों को सैनीटाइज किया सकता है. सिस्टम के चारों तरफ ग्लास वॉल है. साथ ही एक ऑपरेटर केबिन भी है.