AIIMS Row: पश्चिम बंगाल के कल्याणी एम्स में फर्जी तरीके से हुई भर्ती मामले में सीआईडी की टीम गुरुवार को नदिया जिले में बीजेपी विधायक बंकिम चंद्र घोष के आवास पहुंची और उनकी बहू अनुसूया घोष से पूछताछ की. फर्जी तरीके से नौकरी दिलाने के आरोप में बीजेपी के आठ नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और यह पूछताछ इसी से संबंधित थी. बंकिम चंद्र घोष की बहू सहित सात लोगों के खिलाफ आरोप लगाया गया है कि उन्हें एम्स कल्याणी में "अवैध रूप से" नौकरी दी गई थी. सीआईडी मामले की जांच कर रही है.
नदिया के चकदाहा से विधायक बंकिम चंद्र घोष पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 120-बी (आपराधिक साजिश) और 34 (सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने में कार्य) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसपर बंकिम चंद्र घोष ने आरोप लगाया कि शिकायत उनके खिलाफ एक "साजिश" का हिस्सा है.
बीजेपी ने तृणमूल पर लगाया आरोप
इस बीच, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राज्य पुलिस और सीआईडी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर काम कर रहे हैं. बीजेपी के मुताबिक, नौकरियां सभी संविदात्मक थीं और जिन लोगों की भर्ती की गई थी, उन्हें सीधे एम्स कल्याणी द्वारा नियुक्त नहीं किया गया था. बंकिम के मुताबिक, साजिश राजनीति से प्रेरित है. एक निजी फर्म ने नोटिस देकर पांच माह के ठेके पर काम पर रखा. सीआइडी ने राजनीतिक रूप से न होते हुए बेबुनियाद शिकायत के साथ ज्यादती शुरू कर दी है.
दूसरी ओर टीएमसी ने आरोप लगाया कि बीजेपी “भगवा पार्टी के नेताओं के रिश्तेदारों के लिए नौकरी सुरक्षित करने के लिए प्रभाव का इस्तेमाल कर रही थी. तृणमूल के राणाघाट सांगठनिक जिले के अध्यक्ष देबाशीष गंगोपाध्याय ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ''केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर लोकतांत्रिक व्यवस्था में दखलंदाजी करना, यह BJP की संस्कृति हो सकती है. हमारी संस्कृति नहीं.''
सीआईडी ने बांकुड़ा विधायक की बेटी से भी की थी पूछताछ
सीआईडी का तीन सदस्यीय टीम गुरुवार को बंकिम के घर पहुंची. उस टीम में एक महिला अधिकारी भी थीं. इससे पहले भी बंकिम की बहू अनसूया से सीआईडी ने पूछताछ की थी. गुरुवार को उनसे एक और दौर की पूछताछ हुई. ऐसा ही आरोप बांकुड़ा विधायक नीलाद्रिसेखर दाना की बेटी मैत्री दाना पर है. सीआईडी ने उनसे भी पूछताछ की थी.