नई दिल्ली: चीन में कहर बनकर टूट रहे कोरोना वायरस को लेकर भारत ने भी एहतियात बरतना शुरू कर दिया है. दिल्ली और मुंबई के अलावा कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि समेत सात अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन और हांगकांग से लौटे 20,000 से अधिक यात्रियों की थर्मल जांच की गई. अब इसे लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के निदेशक का बयान आया है.


एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा, "नोवेल कोरोना वायरस के कारण मृत्यु दर अधिक नहीं हो सकती है लेकिन हमें अभी भी सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि यह तेजी से फैले. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण मुद्दा है."


‘कोरोना वायरस’ के मरीजों के इलाज के लिए हमारे पास तमाम तरह की सुविधाएं हैं. एम्‍स में हमने इसके लिए एक अलग से वार्ड भी तैयार किया है. वहीं इससे सुरक्षित रहने के लिए स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों को मास्क, हैंड सैनिटाइजर जैसी तमाम तरह की सुविधाएं भी उपलब्‍ध कराई गई हैं.


राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अलग वार्ड बनाए गए हैं. एम्स के अधिकारियों का कहना है कि संदिग्ध मामलों में तुरंत इलाज के लिए उपाय किए जा रहे हैं. इसके इलाज के लिए एम्स में आइसोलेशन वॉर्ड बनाया गया है.


क्या है कोरोना वायरस


कहा जा रहा है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है और इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से ही हुई मानी जा रही है. डब्ल्यूएचओ ने इस बात का अंदेशा भी जताया है कि यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है.


क्या है लक्षण


जिसे वायरस का अटैक हुआ हो उसे बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खरास जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं.


कैसे करें बचाव


संयुक्त राष्ट्र ने भी ट्वीट किया है. ट्वीट में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के उपाय बताए गए हैं.


कहां से फैलना शुरू हुआ वायरस


यह वायरस सबसे पहले चाइना के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ और इसके बाद इससे पीड़ित मरीज थाईलैंड, सिंगापुर, जापान में भी मिल रहे हैं. हाल ही इंग्लैंड में भी एक फैमिली के इस वायरस की चपेट में आने की जानकारी सामने आई है.


41 लोगों की मौत ,1300 से अधिक लोग संक्रमित


चीन में कोराना वायरस की चपेट में आने से अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है और 1300 से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हैं. इसी के मद्देनजर चीन से हाल के दिनों में भारत लौटे सैंकड़ों लोगों में से 11 को घातक कोरोनो वायरस से संक्रमण की जांच के लिए अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है. इनमें से सात केरल में, दो मुंबई में और एक-एक हैदराबाद और बेंगलुरु में हैं.


चीन में वुहान सहित पांच शहर सील


चीन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए वुहान सहित पांच शहरों को सील कर दिया. चीनी नए साल के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों, विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है. इन शहरों में तकरीबन दो करोड़ लोग रहते हैं.


चीनी अधिकारियों ने गुरुवार शाम हुबेई प्रांत में पांच शहरों - हुगांग, एझाओ, झिजियांग, क्विनजिआंग और वुहान में सार्वनजिक परिवहन को रोकने की घोषणा की. देशभर में विषाणु की वजह से 41 लोगों की मौत हो चुकी है. जितनी भी मौतें हुईं हैं, वो वुहान और आसपास के इलाके में हुई है. मृतकों की औसत उम्र 73 साल है. मरने वालों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुई. कुल मिलाकर देशभर में 631 मामले सामने आ चुके हैं.


भारत के लिए चिंता, एयरपोर्ट पर जांच जारी
भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह हैं क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं. इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं. विषाणु के प्रसार को रोकने के लिए बीजिंग में प्रशासन ने अनिश्चितकाल के लिए बड़े कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है. वहीं भारत में एविएशन मिनिस्ट्री ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता एयरपोर्ट के बाद बेंगलुरु, हैदराबाद और कोचीन एयरपोर्ट पर चीन और हांगकांग से उड़ान भरने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था करने को कहा है.


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