पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत स्थिर, कल शाम पीएम मोदी ने AIIMS जाकर हालचाल जाना
पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया. एम्स ने उनके स्वास्थ्य को लेकर कहा कि हालत स्थिर है और आईसीयू में उन्हें भर्ती किया गया है.
नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को दिल की धड़कन तेज होने और बेचैनी की शिकायत के बाद शुक्रवार को एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया. एम्स का कहना है कि उनकी हालत ‘हीमोडायनेमिकली स्टेबल’ बनी हुई है और आईसीयू में इलाज चल रहा है. ‘हीमोडायनेमिकली स्टेबल’ होने का मतलब है कि मरीज का दिल ठीक तरीके से काम कर रहा है और शरीर में रक्त का संचार सामान्य है.
एम्स ने एक बयान में कहा, अरुण जेटली को आज सुबह एम्स में भर्ती कराया गया. फिलहाल वह आईसीयू में हैं जहां विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है. फिलहाल उनकी हालत ‘हीमोडायनेमिकली स्टेबल’ बनी हुई है.’’ जेटली (66) को शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे कार्डियो-न्यूरो सेंटर में भर्ती कराया गया.
पीएम मोदी ने जाना हाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे जेटली का हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे. इनके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव, बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिहं राठौड़, सुधांशु त्रिवेदी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और योग गुरु बाबा रामदेव भी अस्पताल पहुंचे.
सूत्रों ने बताया, उन्हें आईसीयू में निगरानी में रखा गया है. एंडोक्रायनोलॉजिस्ट, हृदयरोग और गुर्दा रोग विशेषज्ञों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है. इसी साल मई में भी जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था. पेशे से वकील जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली पहली एनडीए सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
जेटली ने अपने स्वास्थ्य कारणों से 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कोई जिम्मेदारी नहीं ली. पिछले साल 14 मई को जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. अप्रैल 2018 से ही उन्होंने कार्यालय आना बंद कर दिया था और 23 अगस्त, 2018 को वित्त मंत्रालय में लौटे थे.