Lok Sabha Election 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन औवेसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के ‘अगर कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आती है तो वह देश की संपत्ति ‘घुसपैठियों’ को दे देगी’ वाले इस बयान पर जमकर घेरा है. इस बीच ओवैसी ने पीएम पर वोट पाने के लिए मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. है. साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम का भाषण देखकर ऐसा लग रहा था कि भारत का वज़ीर-ए-आज़म नहीं बल्कि हिटलर बोल रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, असदुद्दीन औवेसी ने नरेंद्र मोदी के बयान पर कहा कि आप प्रधानमंत्री हैं. आप इस देश के प्रधानमंत्री है. आप देश के वजीरे आजम है कोई चौपाल के नेता नहीं है. ओवैसी ने कहा कि पीएम बोलते हैं हम ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं. उन्होंने कहा कि क्या आपके 6 भाई नहीं है. अमित शाह के 6 बहन नहीं है, अफसोस है कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं.
झूठ कहते हैं कि PM मोदी सबका साथ सबका विकास- ओवैसी
भारत के वज़ीर-ए-आज़म 133 करोड़ के जनता के वज़ीर-ए-आज़म जो कहते हैं कि झूठ कहते हैं कि सबका साथ सबका विकास.. मगर नरेंद्र मोदी का कल का भाषण देखकर ऐसा लग रहा था कि भारत का वज़ीर-ए-आज़म नहीं बल्कि हिटलर बोल रहा है. ओवैसी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आपको याद दिला रहा हूं कि मैंने संसद में सेशन के दौरान कहा था कि आज भारत का मुसलमान 1930 के यहूदी की तरह जो जर्मनी में यहूदी थे. उन्हें अपनी तरह समझता है.
ओवैसी ने कहा कि जब हिटलर ने यहूदियों को गैस के चेंबर में डालकर मार दिया. ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी आप आज प्रधानमंत्री हैं. इस देश के पीएम हैं आपसे ये अपेक्षा नहीं की जाती कि आप इस तरह की बकवास करें.
क्या है मामला?
बता दें कि, राजस्थान के बांसवाड़ा में रविवार को एक रैली को संबोधित करने के दैरान पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. पीएम मोदी ने कहा मोदी ने कहा, "ये कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है कि वो मां-बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उसे बांट देंगे और उनको बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है.
इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे- जिनके ज़्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे. क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंज़ूर है ये?"