Asaduddin Owaisi Attack on Sharad Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी जमीन तलाश रही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एनसीपी चीफ शरद पवार पर हमला किया है. उन्होंने ये हमला नगालैंड में नेफ्यू रियो की लीडरशिप स्वीकार करने पर किया है. ओवैसी ने कहा कि ये दूसरी बार है जब एनसीपी ने बीजेपी का समर्थन किया है.
दरअसल, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने फैसला किया है कि वो पूर्वोत्तर के राज्य नगालैंड में एनडीपीपी के नेतृत्व को स्वीकार करेगी, विपक्ष में नहीं जाएगी. जबकि राज्य में नेफ्यू के नेतृत्व में बन रही सरकार में बीजेपी सहयोगी पार्टी है. इसको लेकर ओवैसी ने एक ट्वीट कर कहा कि अगर शरद शादाब होते तो उन्हें बी टीम और धर्मनिरपेक्षों के लिए अछूता कहा जाता.
क्या बोले ओवैसी?
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा, “मैंने कभी भी बीजेपी का समर्थन नहीं किया और न कभी करूंगा लेकिन ये दूसरी बार है जब एनसीपी ने बीजेपी का समर्थन किया है और ये आखिरी बार नहीं हो सकता. अगर “शरद” शादाब होते तो उन्हें बी टीम कहा जाता और धर्मनिरपेक्षों के लिए अछूता कहा जाता. साहिब उनके मंत्री नवाब मलिक को जेल में डालने वालों का समर्थन कर रहे हैं. ये मुसलमानों की वैल्यू है.
क्या है पूरा मामला?
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि एनसीपी नगालैंड सरकार में रहकर समर्थन करेगी या बाहर से लेकिन शरद पवार ने फैसला किया है कि वो विपक्ष में न जाकर नेफ्यू सरकार की ओर रुख करेंगे. अब इसका असर महाराष्ट्र की राजनीति में भी देखने को मिल सकता है. इसकी वजह ये है कि राज्य में एनसीपी महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सहयोगी है. ऐसे में उद्धव ठाकरे और कांग्रेस का रुख देखने वाला होगा. नगालैंड में हुए विधानसभा चुनावों में एनसीपी ने 7 सीटें जीती हैं.
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