Asaduddin Owaisi Attacked Gujarat CM: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने फिर बीजेपी पर हमला बोला है. हालांकि, इस बार उनके निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार नहीं, बल्कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल के नेतृत्व वाली सरकार है. असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात एटीएस की तरफ से एक मौलाना की गिरफ्तारी पर गुजरात सरकार से कई सवाल पूछे हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "कोई मौलाना अगर तकरीर पढ़ता है, शेर पढ़ता है तो उसे उठाकर जेल में डाल दिया जाता है. मैं पूछना चाहता हूं गुजरात की सरकार से कि तुम मौलाना को मुंबई से पकड़कर गुजरात लेकर चले गए. मगर वही गुजरात में कई ऐसे वीडियो हैं जहां लोग वीडियो में आकर कहते हैं कि हम ओवैसी को गोली मार देंगे, इसकी जुबान को काट देंगे, इसके सिर को काट देंगे, लेकिन उनको कोई हाथ नहीं लगाया जाता. लेकिन इधर कोई गलत शेर पढ़ देता है तो उसके गलत मतलब निकालकर मुंबई से मौलाना को लेकर चले जाते हैं. तीन-तीन मुकदमे उस पर लगा दिए जाते हैं."
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी ने 31 जनवरी 2024 को जूनागढ़ के बी' डिवीजन पुलिस थाने के पास एक कार्यक्रम में आपत्तिजनक भाषण दिया था. उन्होंने कहा था कि, “कुछ देर की खामोशी है फिर शोर आएगा, आज कुत्तों का वक्त है, कल हमारा दौर आएगा.” हिन्दू संगठनों ने इस बयान पर नाराजगी जताते हुए मौलाना के खिलाफ धारा 153A, 505, 188, 114 के तहत केस दर्ज कराया था. इसके बाद से गुजरात पुलिस और एटीएस मौलाना की तलाश में थी. गुजरात एटीएस ने मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी को 5 फरवरी 2024 को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया था.
विरोध में उतरे थे समर्थक
वहीं, मौलाना की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक रोड पर उतर आए थे और गुजरात एटीएस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. 5 फरवरी को जैसे ही पता चला कि मौलाना को गुजरात एटीएस ने अरेस्ट किया है, वैसे ही हजारों समर्थक घाटकोपर पुलिस स्टेशन पहुंचे और हंगामा करने लगे थे. मौलाना ने समर्थकों से शांत रहने की अपील की थी.
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