हैदराबाद: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी में चल रहे तकरार पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा है. उन्होंने पूछा है कि ये 50-50 क्या है? क्या ये एक नया बिस्किट है? साथ ही ओवैसी ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना को लोगों की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा, ''यह 50-50 क्या है, क्या यह नया बिस्किट है? आप 50-50 कितना करेंगे? कुछ महाराष्ट्र की जनता के लिए भी बचाकर रखिए. उन्हें (बीजेपी और शिवसेना) सतारा में बारिश से हुए नुकसान की कोई चिंता नहीं है. वे सभी 50-50 की बात कर रहे हैं. यह किस तरह का 'सबका साथ सबका विकास' है?'' महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने दो सीटें जीती हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम की घोषणा हुई थी. तब से लेकर अब तक 10 दिन बीत चुके हैं. अगली सरकार को लेकर अब भी सस्पेंस बरकार है. चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी शिवसेना भारतीय जनता पार्टी से ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद मांग रही है. बीजेपी इससे साफ-साफ इनकार कर चुकी है.
चुनाव नतीजों के बाद से शिवसेना ने कई बार दोहराया है कि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच बैठक हुई थी. शिवसेना के मुताबिक, इस बैठक में अमित शाह ने दावा किया था कि विधानसभा चुनाव में 50-50 फॉर्मूले पर काम होगा. यहां 50-50 फॉर्मूले का मतलब है कि सत्ता में आधी-आधी हिस्सेदारी होगी और ढाई-ढाई साल के लिए बीजेपी और शिवसेना का मुख्यमंत्री बनेगा.
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105 सीटें मिली हैं. जबकि 288 सदस्यीय सदन में शिवसेना ने 56 सीटें जीती. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है. यहां कांग्रेस ने 44 और एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की है.
ओवैसी ने हैदराबाद में एक कार्यक्रम में शनिवार को व्हाट्सएप जासूसी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''हमें पता चला है कि इसराइल की एक कंपनी है जो आपके व्हाट्सएप अकाउंट तक पहुंच बना सकती है. वे आपके घरों में होने वाली बातचीत को सुन सकते हैं. सरकार को इज़राइल के राजदूत को तलब करना चाहिए और उनसे व्हाट्सएप पर सवाल करने के बजाय इसके बारे में पूछना चाहिए.''
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