Udaipur Tailor Murder Case: उदयपुर (Udaipur) में मंगलवार को टेलर कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की हत्या के बाद से उदयपुर समेत पूरे राजस्थान में तनाव का माहौल है. पुलिस ने हत्या में शामिल दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी निंदा की है. उन्होंने कहा कि उदयपुर की घटना राजस्थान पुलिस की नाकामी है.
ओवैसी ने कहा कि, कन्हैया लाल की हत्या को रोका जा सकता था. वह पहले से इसकी शिकायत कर रहे थे. ये क्रूर हत्या है हम उसका विरोध करते हैं. जो वीडियो बनाए गए इससे साफ़ है की कट्टरता कैसे बढ़ रही है देश में. नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को गिरफ़्तार किया जाए कोर्ट की धाराओं की तहत सजा मिले. ओवैसी ने कहा कि नूपुर शर्मा को भारत के क़ानून के तहत सजा दी जाए. उन्होंने सरकार पर नूपुर शर्मा का बचाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि देश में कट्टरवाद को रोकने के लिये सरकार क़ानून को सभी के लिए बराबर लागू करे.
ओवैसी ने कहा कि ये जुर्म है और किसी को भी ये अधिकार नहीं है कि वो कानून को अपने हाथ में लेकर किसी का कत्ल करे. मैं उम्मीद करता हूं कि राजस्थान सरकार इस पर कड़ी कार्रवाई करेगी और आरोपी को सख्त सजा देगी. उन्होंने कहा कि मैं ये मानता हूं कि अगर राजस्थान की पुलिस थोड़ी सी भी चौकन्ना रहती तो ये घटना नहीं होती क्योंकि आज मुझे पता चला कि कन्हैया लाल को पहले गिरफ़्तार किया गया था और वो बेल पर बाहर आए थे. उन्हें धमकियां मिल रही थीं, फिर भी पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया.
सीएम ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कल कन्हैया लाल की हत्या के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है. राजस्थान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम. एन ने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है. अभी पोस्टमार्टम चल रहा है और थोड़ी देर में दाह संस्कार किया जाएगा और उम्मीद है यह शांतिपूर्वक होगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए संवेदनशील और धार्मिक जगहों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है.
वहीं इस हत्या को लेकर गृह मंत्रालय (Home Ministry) के अधिकारियों का कहना है कि राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की नृशंस हत्या की जांच को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है. किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संपर्क की गहन जांच की जाएगी.
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